दीपों के पर्व दीपावली की रात, जब पूरा गांव रोशनी और खुशियों में डूबा था, उसी रात बिजनौर के हुसैनपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी. समाज की बंदिशों और परिवार की नाराज़गी से टूटा एक प्रेमी जोड़ा हमेशा के लिए खामोश हो गया. ‘जीते जी नहीं मिल सके, तो मरकर ऊपर मिलेंगे…’ यही आखिरी वाक्य कहकर दोनों ने जंगल में जाकर जहरीला पदार्थ खा लिया. कुछ घंटे तक जिंदगी से जूझने के बाद दोनों की अस्पताल में मौत हो गई. प्रेमिका शादीशुदा थी और दो छोटे बच्चों की मां थी, जबकि प्रेमी मात्र 19 साल का था.
दीपावली की शाम मातम में बदल गई
यह दर्दनाक घटना बिजनौर जिले के किरतपुर थाना क्षेत्र के गांव हुसैनपुर की है. दीपावली की शाम लोग घर सजाने, पूजा की तैयारी और दीये जलाने में व्यस्त थे. इसी बीच गांव के बाहर जंगल में एक युवक और महिला की हालत बिगड़ी मिली. जब ग्रामीण पहुंचे तो दोनों बेहोश थे. उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से हालत नाजुक होने पर बिजनौर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. लेकिन देर रात दोनों ने दम तोड़ दिया. डॉक्टरों ने बताया कि दोनों ने जहरीले पदार्थ खा लिया था. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की.
शादीशुदा प्रेमिका और 19 वर्षीय युवक
मृतका की पहचान आरती (33 वर्ष) के रूप में हुई है, जिसकी शादी कुछ साल पहले जगमोहन नाम के युवक से हुई थी. आरती के दो छोटे बच्चे भी हैं. जबकि मृतक युवक ललित (19 वर्ष) उसी गांव में रहता था. आरती और ललित के बीच पिछले कई महीनों से प्रेम संबंध थे. गांव वालों के अनुसार, दोनों अक्सर एक-दूसरे से छिपकर मिला करते थे. कुछ लोगों को शक हुआ, तो समाज में उनकी चर्चा होने लगी. परिवारों को जब पता चला, तो उन्होंने विरोध किया और दोनों को अलग कर दिया.
पहले भी फरार हो चुके थे दोनों
यह पहली बार नहीं था जब इन दोनों ने समाज की सीमाएं तोड़ी थीं. जानकारी के अनुसार, 10 अक्टूबर को दोनों अपने घरों से भाग गए थे. आरती के पति जगमोहन ने इस पर किरतपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने कुछ दिनों बाद दोनों को बरामद कर लिया था. इसके बाद आरती को कोर्ट में पेश किया गया, जहां 164 के बयान दर्ज किए गए. कोर्ट में उसने अपने पति के साथ रहने की बात कही और पुलिस ने उसे परिवार को सौंप दिया. हालांकि, इसके बाद भी दोनों के बीच संपर्क बना रहा. परिवारों के सख्त विरोध और समाज की नाराज़गी के बीच भी उनका रिश्ता खत्म नहीं हुआ.
जीते जी नहीं मिल सके, मरकर जरूर मिलेंगे
पुलिस के अनुसार, दीपावली की शाम आरती और ललित दोनों घरों से निकल गए थे. गांव के लोग दीप जलाने और पूजा की तैयारी में थे, इसलिए किसी को उनकी गैरहाजिरी का अंदाजा नहीं हुआ. रात करीब आठ बजे कुछ ग्रामीणों ने जंगल के पास दोनों को तड़पते हुए देखा. जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि उन्होंने जहर खाया है. दोनों ने कहा जीते जी तो हमें कोई नहीं मिलाने देगा… लेकिन अब मरकर ऊपर जरूर मिलेंगे. कुछ ही देर बाद दोनों की हालत बिगड़ने लगी और रात में इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया.
परिवारों में कोहराम, बच्चों की मासूम आंखें
आरती की मौत की खबर जैसे ही उसके घर पहुंची, पूरा परिवार चीख उठा. दीपावली की रात जिस घर में दीये जलने थे, वहां अब चीखें गूंज रहीं थीं आरती के पति जगमोहन ने कहा मैंने उसे समझाया था, बच्चों का ख्याल रखने को कहा था, लेकिन उसने ऐसा कदम उठाकर सब कुछ खत्म कर दिया. आरती के दो छोटे बच्चे अब मां के बिना रह गए हैं. उनके मासूम चेहरे देखकर गांव के लोग भी भावुक हो उठे. ललित के घर भी मातम पसरा है. मां का रो-रोकर बुरा हाल है. वह बार-बार कह रही हैं, “क्यों नहीं किसी ने उसे रोका… वो तो बच्चा था.
पुलिस की जांच जारी
घटना की पुष्टि करते हुए सीओ नजीबाबाद नितेश प्रताप सिंह ने बताया किरतपुर क्षेत्र के गांव हुसैनपुर में प्रेमी युगल द्वारा जहरीला पदार्थ खाने की सूचना मिली थी. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. प्राथमिक जांच में पता चला कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे. महिला शादीशुदा थी और दो बच्चों की मां थी. कुछ दिन पहले दोनों घर से फरार हुए थे और पुलिस ने उन्हें बरामद किया था. अब दोनों ने आत्महत्या कर ली है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है.
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