रामनगरी अयोध्या में रविवार को दीपोत्सव का रिकॉर्ड बनने से पहले ही कीर्तिमान स्थापित होने शुरू हो गये हैं। दीपोत्सव के मुख्य आयोजन से पहले शनिवार को सरयू आरती में 21000 लोगों के शामिल होने का रिकॉर्ड कायम हो गया है। गिनीज टीम आज इसका एलान करेगी।
दीपोत्सव और सरयू आरती पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारी निश्चल बरोट ने कहा कि हमने यहां सबसे अधिक लोगों द्वारा एक साथ आरती करने का रिकॉर्ड बनाया है। हमने दोपहर 3 बजे से प्रतिभागियों को क्यूआर कोड देकर उनकी गिनती शुरू की। क्यूआर कोड स्कैन करने से पता चलता है कि किसी व्यक्ति ने कब प्रवेश किया है, क्योंकि हम उनके प्रवेश करते ही क्यूआर कोड स्कैन कर लेते हैं। इसमें 2100 से ज़्यादा प्रतिभागी थे, यानी पिछला रिकॉर्ड 1774 का था…हमारे पास हर 100 लोगों पर दो पर्यवेक्षक थे और वे देखते थे कि किसने आरती ठीक से नहीं की, कोई बैठा था या किसी ने आरती ही नहीं की। हम कल मुख्यमंत्री के सामने मंच पर परिणाम घोषित करेंगे।
#WATCH | Ayodhya, UP | On Ayodhya Deepotsav and Saryu Aarti, Guinness World Records official Nischal Barot says, “We have set a record here for the largest number of people performing Aarti together…We started counting participants from 3:00 pm onwards by giving them QR codes.… pic.twitter.com/7CwV7OTtHs
— ANI (@ANI) October 18, 2025
आज बनेगा नया रिकॉर्ड
अयोध्या में रविवार को दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में रिकॉर्ड 29 लाख दीये जलाएं जाएंगे। यह एक नया रिकॉर्ड होगा। नौवें दीपोत्सव पर 26 लाख 11 हजार 101 दीये जला कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए राम की पैड़ी तैयार है। यहां 56 घाटों पर 30 हजार स्वयंसेवकों ने 29 लाख दीये बिछा दिए हैं। इसके बाद गिनीज बुक की टीम ने ड्रोन की मदद से बिछाए गए दीयों की काउंटिंग की। रविवार सुबह से इन दीयों में तेल और बाती डालने की प्रक्रिया शुरू होगी।
शनिवार को लगातार तीसरे दिन सुबह से ही अवध विश्वविद्यालय के घाट संयोजकों और प्रभारियों की निगरानी में आवासीय परिसर, संबंद्ध कॉलेजों, इंटर कॉलेजों व स्वयसेवी संस्थाओं के स्वयंसेवकों ने दीये बिछाने का काम जारी रखा। दोपहर में तेज धूप के बावजूद छात्र-छात्राएं पूरे मनोयोग से इस काम में जुटे रहे। कई घाटों पर दीयों से रामायण कालीन प्रसंग, बड़े दीये की आकृति और रंगोली दीप उकेरे गए हैं। घाट नंबर 10 पर 80 हजार दीये से स्वास्तिक सजाई गई है। इससे पूरी दुनिया में शुभता का संदेश जाएगा। इनकी शोभा देखते ही बन रही है। काफी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक भी दीये बिछाने की प्रक्रिया को देखने पहुंचे और इसमें मददगार भी बने।
दीये बिछाने के बाद घाटों पर सुरक्षा सख्त, बिना आई कार्ड प्रवेश प्रतिबंधित
कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने बताया कि नौवें दीपोत्सव का आयोजन अलौकिक और अविस्मरणीय होना स्वाभाविक है। सभी घाटों पर दीये बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है। नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि दीये बिछाने के बाद घाटों पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है। बिना आई कार्ड के प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। कुलसचिव विनय सिंह ने बताया कि रविवार को सभी स्वयंसेवक दीपोत्सव पहचान पत्र के साथ घाटों पर मौजूद रहेंगे। सभी को सूती परिधानों में रहने का निर्देश दिया गया है।