पंजाब पुलिस के एक डीआईजी के घर पर सीबीआई छापे के बाद जो खुलासा हुआ, उसे हर किसी को हैरान कर दिया. सीबीआई ने रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वतखोरी के एक मामले में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
इस दौरान उनके घर पर तलाशी में 7.5 करोड़ रुपए नकद, करीब 2.5 किलो सोने के जेवरात, रोलेक्स और राडो जैसी ब्रांडेड 26 लग्जरी घड़ियां, चार हथियार, 17 कारतूस, 108 विदेशी शराब की बोतल, मर्सिडीज और ऑडी कार की चाबियां, बैंक अकाउंट्स के दस्तावेज और 50 बेनामी संपत्तियों के कागजात मिले.
सीबीआई ने ये कार्रवाई उस वक्त की जब डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर मोहाली स्थित अपने दफ्तर में एक स्क्रैप कारोबारी से 8 लाख रुपए की रिश्वत ले रहे थे. कारोबारी ने शिकायत में बताया था कि डीआईजी उसके खिलाफ दर्ज एक पुराने केस को सेवा-पानी के नाम पर हर महीने लाखों रुपए लेकर सुलझाने का वादा कर रहे थे.
फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता ने सीबीआई को बताया कि उसके खिलाफ नवंबर 2023 में दर्ज एफआईआर को रफा-दफा करने के लिए बिचौलिए के जरिए रकम की मांगी गई थी.
सीबीआई ने शिकायत की सत्यता जांचने के लिए जाल बिछाया. जांच के दौरान डीआईजी और उनके बिचौलिए के बीच वॉट्सएप कॉल की पुष्टि हुई, जिसमें रिश्वत की रकम तय की जा रही थी.
10 दिन की निगरानी के बाद सीबीआई ने गुरुवार को जाल बिछाया और जब कारोबारी ने 8 लाख की रिश्वत में से 5 लाख की पहली किस्त सौंपी, तभी डीआईजी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. सीबीआई ने उनको शुक्रवार को चंडीगढ़ की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उनकी सीबीआई रिमांड की मांग नहीं की गई.
डीआईजी के वकील एचएस धनोआ ने कहा कि सीबीआई के पास पूछने को कुछ नहीं बचा, इसलिए उन्होंने रिमांड नहीं मांगी. हालांकि, इस तर्क के बावजूद बरामदगी का पैमाना इतना बड़ा है कि पूरे पुलिस सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए हैं.
सीबीआई की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, भुल्लर के घर और उनके रिश्तेदारों के नाम पर करीब 50 अचल संपत्तियों के दस्तावेज़ मिले हैं. इनमें से कई संपत्तियां चंडीगढ़, मोहाली, पटियाला और लुधियाना में हैं. डीआईजी भुल्लर के करीबी बिचौलिए के घर से भी सीबीआई ने 21 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं.
जांच एजेंसी का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है. डीआईजी का नेटवर्क और उनकी अवैध संपत्तियों का ट्रेल देश के अलग-अलग राज्यों तक फैला है. हरचरण सिंह भुल्लर 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. जनवरी 2023 में ही उन्हें डीआईजी के पद पर पदोन्नत किया गया था.
इससे पहले वे पंजाब के कई जिलों में एसएसपी रह चुके हैं. सीबीआई ने तलाशी के दौरान यह भी पाया कि आरोपी डीआईजी के पास कई लॉकर्स की चाबियां हैं, जो अब खोले जाएंगे. जांच एजेंसी ने अब तक 15 बैंक खातों को फ्रीज किया है और आगे की जांच जारी है.
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