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Silver Coin Tips: धनतेरस पर आप भी खरीदने जा रहे हैं नकली चांदी के सिक्के? असली की ये होती है पहचान – Avoid Buying fake Silver Coins on Dhanteras 2025 how to buy original coin details tuta


धनतेरस (Dhanteras 2025) पर सोना और चांदी खरीदने की भारतीय परंपरा रही है. यह दिन धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. इसी कारण से लोग इस शुभ दिन पर चांदी के सिक्के या बर्तन खरीदना शुभ मानते हैं. अगर आप भी इस धनतेरस पर खासकर चांदी के सिक्के खरीदने की सोच रहे हैं तो थोड़ा अलर्ट होकर खरीदें. 

दरअसल, शादियों और धनतेरस में अक्सर लोग चांदी के सिक्के (Silver Coin) गिफ्ट में देते हैं, लेकिन उस सिक्के के शुद्धता का कोई पैमाना नहीं होता है. अधिकतर सिक्के नकली नहीं होते हैं. इसका खुलासा तब होता है, जब उसे आप ज्वेलर के पास बेचने या फिर उसके बदले ज्वेलरी लेने के लिए जाते हैं. 

लोकल ज्वेलर्स के पास नकली सिक्कों की भरमार    
क्योंकि कुछ लोग सस्ते के चक्कर में लोकल ज्वेलर या सड़क किनारे दुकान से चांदी के सिक्के खरीद लेते हैं. आपको पता होनी चाहिए कि बाजार में नकली या मिलावटी चांदी के सिक्कों की भरमार है, जिससे कई लोग अनजाने में ठगे जा रहे हैं. शायद आपके घर भी कुछ चांदी के सिक्के होंगे, जो असली न हो.   

जानकारों के अनुसार, छोटे दुकानदारों और बिना लाइसेंस वाले ज्वेलर्स द्वारा बेचे जा रहे चांदी के सिक्कों की शुद्धता संदिग्ध होती है. कई सिक्कों पर ‘999 सिल्वर’ या ‘स्टर्लिंग सिल्वर’ की मुहर तो लगी होती है. लेकिन असल में उनकी प्योरिटी 80% से भी कम होती है. कुछ मामलों में सिक्कों को चमकदार बनाने के लिए उन पर निकेल, जिंक या टिन जैसी धातुओं की परत चढ़ा दी जाती है, जिससे वे असली लगते हैं. 

एक और गलती लोग करते हैं, जब चांदी के सिक्के खरीदते हैं तो ऑरिजनल बिल नहीं लेते, जान-पहचान की आड़ में ज्वेलर नकली सिक्के थमा देते हैं. इसलिए अगर आप इस दीवाली चांदी के सिक्के खरीदने की सोच रहे हैं तो ऑथोराइज्ड शॉप से लें, और पक्का बिल भी लें. 

ऐसे सिक्के खरीदने से बचना चाहिए:
बिना हॉलमार्क के सिक्के:
लोकल दुकानों पर बिकने वाले अधिकतर सिक्कों पर BIS (Bureau of Indian Standards) का प्रमाणन नहीं होता. बिना हॉलमार्क वाले सिक्कों की असलियत जांचना मुश्किल है.

मिलावट का खतरा: कई सिक्कों में धातु की मिलावट होती है, जिससे उनका वजन और चमक असली जैसी दिखती है, लेकिन असल में वे नकली निकलते हैं.

रीसेल वैल्यू बेहद कम: ऐसे सिक्के जब बड़ी ज्वेलरी चेन या बैंक को बेचने ले जाएं, तो वे उन्हें स्वीकार नहीं करते. 

बिल और टैक्स इनवॉइस नहीं मिलता: अधिकतर लोकल दुकानदार बिल नहीं देते, जिससे कानूनी सबूत न होने के कारण शिकायत करना मुश्किल हो जाता है. 

कहां से खरीदें असली सिक्के
अगर आप चांदी में निवेश या धनतेरस जैसे मौकों पर खरीदना चाहते हैं, तो हमेशा BIS हॉलमार्क वाले सिक्के ही लें. ये सिक्के शुद्धता की गारंटी देते हैं. आप Tanishq, Malabar Gold, Kalyan Jewellers, PNG जैसी ब्रांडेड ज्वेलरी शॉप से या फिर बैंक और डाकघर से भी प्रमाणित सिक्के खरीद सकते हैं. अगर आप लोकल दुकानदार से चांदी के सिक्के खरीदते हैं तो पक्का बिल जरूर लें, ताकि बाद में दिक्कत न हो.  

क्योंकि धनतेरस पर खरीदा गया सिक्का सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि आपकी मेहनत की कमाई से जुड़ा निवेश भी है. इसलिए थोड़ा सतर्क रहकर खरीदारी करें. ऑनलाइन खरीदारी करते समय भी सिर्फ ऑथोराइज्ड वेबसाइट्स या बैंक पोर्टल का ही इस्तेमाल करें. खरीदने से पहले सिक्के पर 999 या ‘92.5 Sterling Silver’ के साथ BIS का लोगो जरूर देखें.

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