अमेरिका के द्विदलीय सांसदों के एक समूह ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चिट्ठी लिखकर अपील की है कि वे भारत में होने वाले क्वाड लीडर्स समिट सहित एशिया की अन्य महत्वपूर्ण बैठकों में व्यक्तिगत रूप से शामिल हों. इस पहल का नेतृत्व हाउस फॉरेन अफेयर्स कमिटी के रैंकिंग मेंबर प्रतिनिधि ग्रेगरी डब्ल्यू मीक्स ने किया है.
इस चिट्ठी पर ईस्ट एशिया और पैसिफिक सबकमिटी की चेयरवुमन यंग किम और रैंकिंग मेंबर एमी बेरा, और साउथ और सेंट्रल एशिया सबकमिटी के चेयरमैन बिल ह्यूजेंगा और रैंकिंग मेंबर सिडनी कैमलेगर-डव ने भी हस्ताक्षर किए हैं.
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सांसदों ने चिट्ठी में लिखा, “इंडो-पैसिफिक क्षेत्र अमेरिका की सुरक्षा और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और यही क्षेत्र चीन के साथ हमारी रणनीतिक प्रतिस्पर्धा का केंद्र भी है. ऐसे समय में जब बीजिंग इस क्षेत्र में अपना प्रभाव तेजी से बढ़ा रहा है, इस शरद ऋतु में होने वाले तीन बहुपक्षीय सम्मेलनों, ईस्ट एशिया समिट (मलेशिया), एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) समिट (दक्षिण कोरिया) और क्वाड लीडर्स समिट (भारत) में आपकी व्यक्तिगत उपस्थिति आवश्यक है ताकि अमेरिका का नेतृत्व स्पष्ट रूप से दिख सके और चीन की महत्वाकांक्षाओं का जवाब दिया जा सके.”
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में साझा हितों को आगे बढ़ाने के लिए QUAD अहम
चिट्ठी में आगे कहा गया है कि क्वाड ग्रुपिंग अमेरिका के हितों को आगे बढ़ाने की “केंद्रीय आधारशिला” है. इसमें लिखा है, “ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत के साथ हमारी क्वाड साझेदारी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में साझा हितों को आगे बढ़ाने की मुख्य आधारशिला के रूप में कार्य करती है.”
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ट्रंप से QUAD में अमेरिका का नेतृत्व बनाए रखने की अपील
यह चिट्ठी उस संशोधन के बाद आया है जिसे डेमोक्रेटिक कांग्रेसवुमन सिडनी कैमलेगर-डव ने ‘डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट पॉलिसी प्रोविज़न्स एक्ट’ में जोड़ा था. इस संशोधन में ट्रंप से आग्रह किया गया है कि वे क्वाड में अपना नेतृत्व बनाए रखें और इस वर्ष के अंत में होने वाले क्वाड लीडर्स समिट में व्यक्तिगत रूप से भाग लें.
सांसदों का मानना है कि ट्रंप की मौजूदगी से अमेरिका के एशिया में रणनीतिक प्रभाव को मजबूती मिलेगी और सहयोगी देशों को यह संदेश जाएगा कि अमेरिका इस क्षेत्र में दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ मौजूद है.
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