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आंखों से खून आने पर भी मैनेजर ने कहा-छुट्टी के लिए एचआर से बात करो, मैं तुम्हारे साथ काम नहीं करूंगा – eyes were bleeding manager said Speak to HR for leave rttw


आजकल ऐसी घटनाएं बहुत आम होती जा रही हैं, जहां कर्मचारी बीमार होने पर भी आराम से छुट्टी नहीं ले पाते, क्योंकि कुछ मैनेजर या बॉस उन्हें समझने के बजाय दबाव डालते हैं. इस Reddit पोस्ट में भी यही बात दिख रही है. कर्मचारी को कंजंक्टिवाइटिस (आंखों में गंभीर संक्रमण) था. जो न सिर्फ दर्दनाक होता है, बल्कि दूसरों को भी जल्दी फैल सकता है. ऐसी स्थिति में ऑफिस न जाना ही सही होता है. लेकिन उसके मैनेजर ने हमदर्दी दिखाने के बजाय बुरा व्यवहार किया, जिससे कर्मचारी को लगा कि उसके स्वास्थ्य की कोई परवाह नहीं है. पोस्ट के कैप्शन में लिखा था,“कुछ मैनेजर इतने बेरहम और अमानवीय होते हैं कि अगर वे पुराने जमाने में होते तो उनकी हरकतों के लिए जनता द्वारा पीट-पीटकर मार डाला जाता और टुकड़े-टुकड़े कर दिया जाता. 

सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
रेडिट पर एक पोस्ट वायरल हुई जब एक कर्मचारी ने बताया कि उसके मैनेजर ने उसकी बीमारी पर बहुत बुरा बर्ताव किया. कर्मचारी ने बताया कि वह इस साल मई में कंपनी में शामिल हुआ था और पिछले शुक्रवार से उसे कंजंक्टिवाइटिस (आंखों का गंभीर संक्रमण) हो गया था. उसने लिखा कि मंगलवार को डॉक्टर ने उसे एक हफ्ते आराम करने की सलाह दी थी और यह बात दवा की पर्ची पर भी लिखी थी.

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लेकिन शुक्रवार को जब उसकी आंखों से खून आने लगा, तो वह डर गया और अपनी स्थिति की जानकारी और डॉक्टर की पर्ची वॉट्सअप पर अपने मैनेजर को भेज दी. मैनेजर ने हैरान कर देने वाला जवाब दिया –“एचआर से बात करो. मैं आगे तुम्हारे साथ काम नहीं करूंगा.

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तुम कुछ नहीं कर रहे हो.” इस जवाब को देखकर रेडिट यूज़र्स गुस्से में भर गए. लोगों ने कहा कि मैनेजर का रवैया बेहद अमानवीय है और कर्मचारी तो बस डॉक्टर की सलाह मान रहा था.

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रेडिट पर लोगों की प्रतिक्रिया
कई यूजर्स ने कर्मचारी का समर्थन किया और लिखा कि उन्हें भी अपने ऑफिस में बीमारी के समय ऐसा ही बुरा व्यवहार झेलना पड़ा था. एक यूजर ने पूछा, “आप यह सब वॉट्सअप पर क्यों बता रहे हैं?” दूसरे ने सलाह दी, “अगली बार बस बता देना कि तुम बीमार हो, फिर फोन ऑफ कर दो और आराम करो — क्योंकि ऐसे लोग तभी समझते हैं जब उन्हें जवाब न मिले.” एक और ने कहा, “ऐसे मैनेजर इतने खराब व्यवहार के बाद भी कैसे बच निकलते हैं?”

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