ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू ने शुक्रवार को अपने शाही टाइटल ‘ड्यूक ऑफ यॉर्क’ और अन्य शाही सम्मान छोड़ने की घोषणा की है। यह फैसला उन्होंने और शाही परिवार ने मिलकर लिया है। इसका कारण यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से उनके पुराने संबंधों का फिर से सुर्खियों में आना बताया जा रहा है। बकिंघम पैलेस से जारी बयान में प्रिंस एंड्रयू ने कहा कि मेरे खिलाफ जारी आरोप, महामहिम राजा और शाही परिवार के कार्यों से ध्यान भटका रहे हैं, इसलिए मैंने और राजा चार्ल्स ने मिलकर तय किया कि मुझे एक कदम और आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि अब मैं अपना टाइटल और दिए गए सम्मान का इस्तेमाल नहीं करूंगा।
समझिए क्या है मामला?
बता दें कि एंड्रयू पर अमेरिका की वर्जीनिया रॉबर्ट्स गिफ्रे ने आरोप लगाया था कि जब वह 17 साल की थीं, तब एंड्रयू ने उनके साथ यौन संबंध बनाए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें एपस्टीन द्वारा ट्रैफिकिंग का शिकार बनाया गया था। एंड्रयू ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा कि उन्हें उनसे मिलने की कोई याद नहीं है।
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ग्रिफे ने 2021 में किया था मुकदमा
मामले में गिफ्रे ने 2021 में एंड्रयू पर मुकदमा किया था, जो 2022 में गोपनीय समझौते के जरिए सुलझ गया। अदालत में जमा दस्तावेजों के अनुसार, एंड्रयू ने माना था कि एपस्टीन एक यौन अपराधी था और गिफ्रे यौन शोषण की शिकार थीं। गिफ्रे का अप्रैल 2024 में आत्महत्या से निधन हो गया। उनकी मृत्यु के बाद अब उनका एक संस्मरण प्रकाशित होने जा रहा है, जिसके कुछ अंश हाल ही में सामने आए हैं।
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विवादों में घिरे रहे हैं एंड्रयू
गौरतलब है कि प्रिंस एंड्रयू 2019 में एक विवादास्पद बीबीसी इंटरव्यू के बाद सार्वजनिक जीवन से पीछे हट गए थे, जिसमें उन्होंने आरोपों को अजीब दलीलों से खारिज करने की कोशिश की, जैसे कि वह पसीना नहीं निकाल सकते थे, इसलिए नाचने की घटना सच नहीं हो सकती। ऐसे में अब एंड्रयू ने ड्यूक ऑफ यॉर्क के साथ-साथ रॉयल विक्टोरियन ऑर्डर और ऑर्डर ऑफ द गार्टर जैसे प्रमुख सम्मान भी त्याग दिए हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने जन्म से मिले प्रिंस के दर्जे को बरकरार रखने की बात कही।