बच्चों की छुट्टी होने के बाद सरकारी स्कूल के ग्राउंड में कई प्राइवेट प्रोग्राम का आयोजन होता है, ये आयोजन कभी-कभी स्कूल प्रशासन की अनुमति से होते हैं और कभी-कभी बिना किसी औपचारिक अनुमति के. इन कार्यक्रमों में जन्मदिन समारोह, शादी के रिसेप्शन, कॉर्पोरेट इवेंट या अन्य निजी आयोजनों का आयोजन शामिल होता है. हालांकि, अब कर्नाटक में इस तरह की गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्णय लिया गया है.
कर्नाटक लोक शिक्षण विभाग ने एक सख्त परिपत्र जारी कर सरकारी स्कूल परिसरों के किसी भी गैर-शैक्षणिक या निजी आयोजनों के लिए उपयोग पर रोक लगा दी है. इसमें शिक्षण गतिविधियां, खेलकूद, शारीरिक शिक्षा, सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रम शामिल हैं. इस अनुरोध के आधार पर शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया कि सरकारी स्कूल परिसरों का उपयोग केवल बच्चों की शिक्षा और विकास से जुड़े कार्यों के लिए ही किया जाए, ताकि स्कूल का मूल उद्देश्य शैक्षणिक और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों को बढ़ावा देनासुरक्षित और प्रभावी रूप से पूरा हो सके.
प्राइवेट कार्यक्रम के अनुरोध पर भी नहीं होगा विचार
आयुक्त एस.आर. उमाशंकर ने स्पष्ट किया है कि स्कूल परिसरों का उपयोग केवल शैक्षणिक और सह-पाठ्यचर्या संबंधी उद्देश्यों जैसे शिक्षण, खेल और शारीरिक शिक्षा के लिए ही किया जाना चाहिए. आदेश में आगे निर्देश दिया गया है कि स्कूल परिसरों में निजी कार्यक्रमों के लिए अनुमति मांगने वाले किसी भी प्रस्ताव या अनुरोध पर विचार नहीं किया जाना चाहिए या विभाग को नहीं भेजा जाना चाहिए. यह कदम बेंगलुरु दक्षिण जिला अधिकारियों के उस अनुरोध के बाद उठाया गया है, जिन्होंने चामराजपेट के एक सरकारी हाई स्कूल में एक निजी कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी थी.
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