डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) जहां एक ओर टैरिफ को अमेरिकी रेवेन्यू में बढ़ोतरी वाला कदम करार दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर इसके चलते ट्रेड टेंशन लगातार बढ़ रही है. खासतौर पर US-China Trade Tension सुर्खियों में है. इस बीच अमेरिकी सोयाबीन शुरुआत से ही ट्रंप के लिए बड़ा सिरदर्द बनी हुई है, जिसका सबसे बड़ा खरीदार ड्रैगन ही है. अमेरिकी राष्ट्रपति कई बार China से इसे खरीदने की गुहार लगाते नजर आए हैं, लेकिन अब उसके सख्त रुख पर चेतावनी देना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने चीन के रेयर अर्थ, सोयाबीन समेत अन्य प्रतिबंधों को सीधे तौर पर US पर आर्थिक हमला जैसा करार दिया है.
Trump ने चीन को दी ये चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक लेटेस्ट पोस्ट में बड़ी बात कही. उन्होंने इसमें लिखा, ‘मेरा मानना है कि चीन द्वारा जानबूझकर हमारा सोयाबीन न खरीदना और हमारे सोयाबीन किसानों के लिए मुश्किलें खड़ी करना आर्थिक रूप से प्रतिकूल कदम है. हम बदले की कार्रवाई के तौर पर चीन के साथ कुकिंग ऑयल और अन्य व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े अपने व्यापार को खत्म करने पर विचार कर रहे हैं.’ उन्होंने आगे कहा कि हम कुकिंग ऑयल का प्रोडक्शन खुद भी आसानी से कर सकते हैं, हमें इसे चीन से खरीदने की जरूरत नहीं है.
अमेरिकी सोयाबीन का चीन बड़ा खरीदार
चीन आमतौर पर अमेरिकी सोयाबीन की कम से कम एक-चौथाई खरीदारी के साथ हमेशा बड़ा खरीदार रहा है. लेकिन, बीते मई महीने में जब अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ लगाया, तो चीन ने सोयाबीन की खरीद बंद कर दी. इससे अमेरिकी किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया. अमेरिकन सोयाबीन एसोसिएशन बिजनेस ग्रुप के चीफ कैलेब रैगलैंड ने तो चीन के इस कदम को उद्योग के लिए एक बड़ी चेतावनी करार दिया था.
चीन के सोयाबीन खरीद को रोकने से होने वाले नुकसान की बात करें, तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते साल 2024 में अमेरिका ने लगभग 24.5 अरब डॉलर मूल्य का सोयाबीन निर्यात किया था और इसमें चीन ने 12.5 अरब डॉलर मूल्य का अमेरिकी सोयाबीन खरीदा. वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस साल चीन की खरीदारी का यह आंकड़ा शून्य है.
तेज हो गया US-China में ट्रेड वॉर
बीते सप्ताह चीन के रेयर अर्थ मैटेरियल्स पर प्रतिबंध कड़े करने के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयात होने वाले सभी सामानों पर 100% का हाई टैरिफ लगाने का ऐलान किया था और कहा था कि आने वाली 1 नवंबर 2025 से ये लागू कर दिया जाएगा. इसके जबाव में चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने भी लड़ाई के लिए तैयार रहने का बड़ा बयान जारी किया था.
हालांकि, बीते दिनों चीन से सोयाबीन खरीदने की गुहार लगाते जरूर नजर आ रहे थे, लेकिन अब उनके सुर बदले हुए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन बीजिंग द्वारा अमेरिकी सोयाबीन खरीदने से इनकार करने के प्रतिशोध में ‘चीन के साथ कुकिंग ऑयस से संबंधित व्यापार को समाप्त करने’ पर विचार कर रहा है. रिपोर्ट की मानें तो चीन का कुकिंग ऑयल निर्यात 2024 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जिसमें अमेरिका का हिस्सा कुल 43% है.
अमेरिका छोड़ चीन यहां से ले रहा सोयाबीन
अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी टैरिफ के कारण चीनी आयातकों के लिए सोयाबीन महंगा हो गया है. इसलिए चीन ने दक्षिण अमेरिका के उत्पादकों से सोयाबीन खरीदना शुरू कर दिया है. इनमें ब्राजील और अर्जेंटीना जैसे देश शामिल हैं. अपने कदम के जरिए चीन वैश्विक सोयाबीन की कीमतों को प्रभावित करने की स्थिति में है. ट्रंप के चीन पर सख्त रूख के बाद अब दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं.
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