IPS Puran Kumar Suicide Case: आठ दिन के इंतजार और एक हफ्ते के अंदर दूसरी खुदकुशी के बाद आखिरकार हरियाणा कैडर के सीनियर आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार की पत्नी ने बुधवार सुबह पूरन कुमार के पोस्टमार्टम की लिखित इजाजत दे दी. पोस्टमार्टम की इजाजत देने के बाद पूरन कुमार के परिवार ने मुर्दाघर में रखी उनकी लाश की शिनाख्त की. इस सारी कार्रवाई के बाद बाकायदा एक मजिस्ट्रेट और फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी में डॉक्टरों के एक बोर्ड ने चंडीगढ़ पीजीआई में पूरन कुमार के शव का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई है.
पोस्टमार्टम के बाद पूरन कुमार के शव को उनके परिवार को सौंप दिया गया. अस्पताल से शव पहले घर लाया गया और फिर शाम चार बजे के बाद घर से ही अंतिम यात्रा के लिए शव को चंडीगढ़ के सेक्टर 25 में मौजूद श्मशान घाट ले जाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ वाई पूरन कुमार का अंतिम संस्कार किया गया.
इससे पहले मंगलवार को चंडीगढ़ पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए अदालत का रुख किया था. इस बात की इजाजत लेने के लिए कि चूंकि परिवार तैयार नहीं है, लिहाजा अदालत मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पूरन कुमार के शव के पोस्टमार्टम की इजाजत दे. लेकिन इससे पहले कि अदालत इस पर सुनवाई करती, बुधवार सुबह पूरन कुमार की आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को बाकायदा लिखित में पोस्टमार्टम कराने की इजाजत दे दी.
इस सिलसिले में अमनीत कुमार की तरफ से एक प्रेस नोट भी जारी किया गया. जिसमें अमनीत कुमार ने लिखा है कि चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा सरकार की तरफ से ये भरोसा दिलाने पर कि पूरन कुमार की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और पूरी जांच ईमानदारी से की जाएगी, इसी के बाद मैंने पोस्टमार्टम कराने की इजाजत दे दी.
उन्होंने ये भी लिखा है कि इंसाफ और जांच की खातिर सही वक्त पर पोस्टमार्टम कराना जरूरी है. लिहाजा, उन्होंने इस पर अपनी सहमति दे दी. अमनीत कुमार ने ये भी कहा है कि उन्हें न्यायिक व्यवस्था और पुलिस पर पूरा भरोसा है. साथ ही जांच टीम को भी मैं अपनी तरफ से पूरा सहयोग करूंगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके.
उधर, दूसरी तरफ रोहतक के साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप लाठर का शव अब पोस्टमार्टम का इंतजार कर रहा है. ठीक आईपीएस पूरन कुमार की तरह ही संदीप के परिवार वालों ने भी पोस्टमार्टम के लिए जरूरी इजाजत देने से इनकार कर दिया है. उनकी मांग है कि पहले संदीप की मौत की न्यायिक जांच हो और संदीप की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
संदीप के परिवार की ये भी मांग है कि संदीप ने मौत से पहले फाइनल नोट के साथ-साथ वीडियो के जरिए जो अपना आखिरी बयान दर्ज किया है, उस वीडियो बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाए. असल में इस वीडियो में संदीप ने सीधे-सीधे आईपीएस वाई पूरन कुमार और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के इल्जाम लगाए हैं. संदीप लाठर ने दिवंगत पूरन कुमार को लेकर अपने आखिरी वीडियो में बहुत कुछ कहा है.
ये शायद देश का पहला और इकलौता मामला होगा, जब एक सीनियर IPS अफसर खुदकुशी करता है और उस सीनियर IPS अफसर की सीनियर IAS पत्नी अफसर पुलिस थाने में एक रिपोर्ट लिखाती है. इस रिपोर्ट में वो अपने आईपीएस पति की खुदकुशी के लिए राज्य के सबसे बड़े पुलिस अफसर यानि डीजीपी और एक एसपी की गिरफ्तारी की मांग करती है. वो भी खुदकुशी के लिए उकसाने के इल्जाम में.
आईएएस अफसर पत्नी की शिकायत पर नजर दौड़ाएं उससे पहले आइए खुदकुशी करने वाले आईपीएस अफसर वाई वरुण कुमार की उस सुसाइड नोट पर एक नजर डालते हैं, जिसमें उन्होंने कुल 15 आईएएस और आईपीएस अफसरों को उन्होंने अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. ये हैं हरियाणा राज्य के वो 15 आईएएस और आईपीएस अफसर-
अनुराग रस्तोगी, मुख्य सचिव, हरियाणा
शत्रुजीत कपूर, डीजीपी, हरियाणा
टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व मुख्य सचिव, हरियाणा
राजीव अरोड़ा, पूर्व एडिशन चीफ सेक्रेटरी, हरियाणा
मनोज यादव, पूर्व डीजीपी हरियाणा
पीके अग्रवाल, पूर्व डीजीपी हरियाणा
संदीप खिरवार, पूर्व एडीजीपी, हरियाणा
अमिताभ ढिल्लो, एडीजीपी, हरियाणा
संजय कुमार, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर, हरियाणा
कला रामचंद्रन, मुख्य सचिव, हरियाणा
माटा रवि किरण, एडीजीपी, करनाल रेंज
सिबास कविराज, कमिश्नर पंचकुला
पंकज नैन, आईजी, अंबाला
कुलविंदर सिंह, आईजी, मधुबन
नरेंद्र बिजा रणिया, एसपी, रोहतक
चंडीगढ़ में अपने घर के बेसमेंट में रिक्लाइनर कुर्सी पर बैठकर 7 अक्टूबर की दोपहर हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी की थी. उसी कमरे से 9 पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला था, जिनमें पहले 8 पन्नों में 15 आईएएस और आईपीएस अफसरों के नाम के साथ पूरन कुमार ने खुदकुशी की वजह लिखी थी. जबकि नवें पन्ने पर उन्होंने अपनी वसीयत लिखी थी. सुसाइड नोट के आखिर में बाकायदा वाई पूरन कुमार ने अपने दस्तखत किए थे और साथ ही मौत की तारीख भी लिखी थी. पूरन कुमार ने सुसाइड नोट पर जो दस्तखत किए वो दस्तखत हरे रंग की स्याही से किए थे.
सुसाइड नोट के आखिर में पूरन कुमार हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया का नाम लिखते हुए लिखा, ‘मुझे एक साजिश के तहत झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है. ताकि उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई जा सके. हालाकि मैंने एसपी बिजारनिया के खिलाफ जो शिकायत की थी, उसपे कोई एक्शन नहीं लिया गया. मैं अब लगातार जातिवाद की वजह से की जा रही प्रताड़ना, सामाजिक बहिष्कार, मानसिक पीड़ा और अत्याचार ज्यादा देर तक सहन नहीं कर सकता. इसीलिए मैंने इस सब को खत्म करने के लिए ये फैसला लिया है.’
दरअसल, यही वो एफआईआर है जिसका जिक्र पूरन कुमार ने सुसाइड नोट के आखिर में किया है. उनकी मौत से लगभग 24 घंटे पहले ये एफआईआर रोहतक के अर्बन एस्टेट पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई थी. इस एएफआईआर में एक शराब कारोबारी से ढाई लाख रुपये मांगने के इलजाम में पूरन कुमार के पूर्व स्टाफ हेड कॉंस्टेबल सुशील कुमार को एफआईआर दर्ज होते ही 6 अक्टूबर को ही गिरफ्तार कर लिया गया था. इस एएफआईआर में इसी रिश्वत के मामले में पूरन कुमार का भी जिक्र किया गया. इसीलिए सुसाइड नोट में पूरन कुमार ने ये लिखा कि डीजीपी रोहतक एसपी के साथ मिलकर एक साजिश के तहत उन्हें झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं.
पूरन कुमार की मौत के बाद उनकी पत्नी आईएएस अफसर अमनीत कुमार ने पुलिस में जो शिकायत दर्ज की है, उसमें भी डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया का नाम लिखा है. ना सिर्फ नाम लिखा है बल्कि इसी बिनाह पर अमनीत कुमार ने डीजीपी और एसपी को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है ताकि वो सबूत नष्ट ना कर सकें.
सुसाइड नोट और अमनीत कुमार की शिकायत के बाद हरियाणा सरकार ने डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को अगले आदेश तक छुट्टी पर भेज दिया गया है. शत्रुजीत सिंह कपूर की जगह ओपी सिंह को हरियाणा का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है.
8 पन्नों के इस सुसाइड नोट में कुल मिलाकर पूरन कुमार ने हरियाणा पुलिस डिपार्टमेंट में जाति को लेकर जारी भेदभाव, प्रमोशन, तबादले और रैंक के हिसाब से सरकारी सुविधा ना दिए जाने की शिकायत की है. ये तमाम वही शिकायते हैं जो उन्होंने बीते तीन चार सालों में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में भी रखी थी. जिसकी वजह से उनके तमाम सीनियर उनसे नाराज थे.
सुसाइड नोट के अलावा पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अफसर अमनीत कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है. 4 पन्नों की इस शिकायत में उन्होंने पूरन कुमार की मौत के लिए सीधे सीधे डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है.
(रोहतक से सुरेंद्र सिंह और चंडीगढ़ से कमलजीत कौर के साथ अमन भारद्वाज की रिपोर्ट)
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