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29 साल के इतिहास में पहले भारतीय जो संभालेंगे Hyundai की कमान, जानें कौन हैं तरुण गर्ग – Tarun Garg First Indian to Lead Hyundai Motor India MD CEO Unsoo Kim


भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में एक ऐतिहासिक बदलाव की पटकथा तैयार हो चुकी है. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) में पहली बार किसी भारतीय नागरिक को टॉप लीडरशिप सौंपा जा रहा है. जनवरी 2026 से तरुण गर्ग कंपनी के प्रबंध निदेशक (MD) और CEO के रूप में पदभार संभालेंगे. यह मौका न केवल Hyundai के तीन दशक लंबे भारत सफर का अहम मोड़ है, बल्कि इंडियन ऑटो सेक्टर के लिए भी एक नई कहानी रचता है.

यह बदलाव तब आ रहा है जब मौजूदा एमडी उन्सू किम (Unsoo Kim) दक्षिण कोरिया लौट रहे हैं, जहां वे हुंडई मोटर कंपनी में एक रणनीतिक भूमिका निभाएंगे. लेकिन इससे पहले उन्होंने भारत में हुंडई की नींव को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई, जिस पर अब तरुण गर्ग एक नया अध्याय लिखने जा रहे हैं.

केस स्टडी से कम नहीं गर्ग की जर्नी

तरुण गर्ग की हुंडई यात्रा किसी प्रेरणादायक ऑटोमोटिव केस स्टडी से कम नहीं रही है. साल 2019 में जब उन्होंने कंपनी के हेड ऑफ सेल्स, सर्विस एंड मार्केटिंग के रूप में कदम रखा, तब से लेकर 2023 में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनने तक उन्होंने हुंडई की उपस्थिति को न सिर्फ मार्केट में बल्कि ग्राहक के दिलों में भी और मजबूत किया. 

गर्ग के लीडरशिप में हुंडई की उपलब्धियां

गर्ग के नेतृत्व में कंपनी ने लगातार तीन साल तक अपनी सबसे अधिक घरेलू बिक्री दर्ज की. जो किसी भी विदेशी कार मेकर के लिए भारतीय बाजार में एक बड़ी उपलब्धि है. सिर्फ बिक्री ही नहीं, बल्कि मुनाफे के मामले में भी हुंडई ने गर्ग के नेतृत्व में नए रिकॉर्ड बनाए. वित्तीय वर्ष 24 में कंपनी का मुनाफा अब तक का सबसे ज्यादा रहा. 2024 में हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) इंडियन इक्विटी मार्केट के इतिहास का सबसे बड़ा IPO साबित हुआ. यह उपलब्धि गर्ग की रणनीतिक दूरदृष्टि और बाज़ार के समझ का प्रमाण है.

तरुण गर्ग ने साल 2019 में हुंडई मोटर इंडिया ज्वाइन किया था. Photo: ITG

उनके नेतृत्व में हुंडई ने डिजिटल टेक्नोलॉजी पर भी खासा फोकस किया. माय हुंडई ऐप और HSMART डीलर नेटवर्क सिस्टम जैसे इनिशिएटिव्स ने कस्टमर और डीलर दोनों लेवल पर ट्रांसपैरेंसी और भरोसे का नया मानक स्थापित किया. नतीजा कंपनी का नेट प्रोमोटर स्कोर (NPS) 90% से ऊपर पहुंच गया, जो ऑटो इंडस्ट्री में दुर्लभ है.

मारुति में भी दे चुके हैं सेवाएं

तरुण गर्ग के पास ऑटोमोटिव सेक्टर का 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है. हुंडई से पहले वे मारुति सुजुकी इंडिया में भी कई वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं. जिनमें एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग, लॉजिस्टिक, पार्ट्स एंड एक्सेसरीज) शामिल है. उनका अनुभव सेल्स, मार्केटिंग, डिस्ट्रीब्यूशन, फाइनेंशियल मैनेजमेंट और प्रोडक्ट स्ट्रेटजी जैसे हर पहलू को छूता है.

हुंडई मोटर कंपनी के प्रेसिडेंट और सीईओ जोस मुनोज़ (Jose Munoz) ने गर्ग की नियुक्ति पर कहा, “उनके नेतृत्व में HMIL ने लगातार तीन साल रिकॉर्ड बिक्री की, सबसे मजबूत मुनाफा दर्ज किया और भारत का सबसे बड़ा IPO पूरा किया. वे एक ऐसे लीडर हैं जो ग्राहकों को सम्मानित अतिथि की तरह देखते हैं, टीमों को सशक्त बनाते हैं और दीर्घकालिक दृष्टि से निवेश करते हैं.”

लखनऊ से भी कनेक्शन

तरुण गर्ग के शिक्षा की बात करें तो उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है. इसके अलावा गर्ग का उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भी गहरा नाता है. उन्होंने IIM लखनऊ से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) किया है. हुंडई के अनुसार, उनके नेतृत्व में कंपनी ने कस्टमर-सेंट्रिक डेवलपमेंट, लोकल मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई की दिशा में काफी बेहतर काम किया है. बता दें कि, गर्ग अगले साल जनवरी में कंपनी के प्रबंध निदेशक (MD) और CEO का पदभार संभालेंगे.

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