सेंट्रल विस्टा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट से राजपथ अब कर्तव्य पथ बन चुका है. यह 3 किलोमीटर लंबा रास्ता अब पैदल चलने वालों के लिए मजेदार और आधुनिक हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही नए कार्यकारी ब्लॉक में अपना ऑफिस शिफ्ट कर सकते हैं. यह प्रोजेक्ट भारत की प्रशासनिक व्यवस्था को नया रूप दे रहा है.
अधिकारियों ने इंडिया टुडे को बताया कि 14 अक्टूबर को कैबिनेट सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने नई कार्यकारी ब्लॉक में पहली बड़ी बैठक की. इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना के प्रमुख शामिल थे. दिवाली के बाद पीएम मोदी भी अपना ऑफिस यहां शिफ्ट कर सकते हैं.
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सेंट्रल विस्टा में नया भवन ‘सेवा तीर्थ-2’ है. यह एक्जीक्यूटिव एन्क्लेव-1 में है, जो वायु भवन के पास बना है. दो और भवन, सेवा तीर्थ-1 और सेवा तीर्थ-3, नए पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के ऑफिस के लिए हैं. अभी कैबिनेट सेक्रेटरी राष्ट्रीय भवन में काम करते हैं.
सीसीएस में भी तीन भवन तैयार
निर्माण तेजी से चल रहा है. सीसीएस (कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट) भवन 1, 2 और 3 तैयार हैं. इस प्रोजेक्ट से प्रशासन की कुशलता बढ़ेगी. मंत्रालयों को एक जगह रखने से बातचीत आसान होगी और भीड़ कम होगी.
उत्तर और दक्षिण ब्लॉक को संग्रहालय बनाया जाएगा. यहां भारत का इतिहास दिखाया जाएगा. नए भवन हरे-भरे और ऊर्जा बचाने वाले हैं. इनमें आधुनिक सुविधाएं हैं.
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पिछले महीने हुआ था कर्तव्य भवन का उद्घाटन
पिछले महीने पीएम मोदी ने पहला नया सीसीएस भवन ‘कर्तव्य भवन’ का उद्घाटन किया. यहां कई मंत्रालय काम करेंगे. मोदी सरकार का लक्ष्य 2027 तक सारा प्रोजेक्ट पूरा करना है. इसमें दक्षिण ब्लॉक के पास नया पीएम आवास भी शामिल है.
जैसे ही पीएम नई ब्लॉक में आएंगे, बाकी सीसीएस भवनों पर ध्यान जाएगा. ऑटोमेटेड पीपल मूवर्स लगाने का काम भी तेज होगा. यह प्रोजेक्ट भारत की शासन व्यवस्था को मजबूत बनाएगा.
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