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एश्ले टेलिस… कभी ट्रंप बनाने वाले थे भारत में राजदूत, अचानक चीन की जासूसी में क्यों पकड़ा अमेरिका ने – us defense expert ashley tellis arrested for china espionage who is he ntcprk


भारतीय मूल के अमेरिकी डिफेंस स्ट्रैटजिस्ट और अमेरिकी विदेश नीति के विशेषज्ञ एश्ले टेलिस (Ashley J. Tellis) को चीन के लिए जासूसी के आरोप में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है. अमेरिकी अधिकारियों के आरोपों के मुताबिक, उन्होंने सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स अवैध रूप से अपने पास रखें. उनपर कई मौकों पर चीनी अधिकारियों से मुलाकात करने के भी आरोप लगे हैं. 

अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने आरोप लगाया कि 64 साल के टेलिस ने अमेरिकी डिफेंस से संबंधित जानकारी अवैध रूप से अपने पास रखी थी. इस जानकारी में एक हजार से अधिक पन्नों के टॉप सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं. अमेरिकी जांचकर्ताओं ने कथित तौर पर ये डॉक्यूमेंट्स वर्जीनिया के वियना स्थित उनके घर से बरामद किए.

टेलिस को इस वीकेंड गिरफ्तार किया गया और सोमवार को औपचारिक रूप से आरोप तय किए गए. अगर दोषी साबित होते हैं तो एश्ले जे टेलिस को अधिकतम 10 साल की कैद और 2,50,000 डॉलर तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. इसी के साथ ही उन्हें 100 डॉलर का स्पेशल शुल्क और संपत्ति की जब्ती का सामना करना पड़ सकता है. 

टेलिस की सजा एक फेडरल जज यूनाइटेड स्टेट्स सेंटेंसिंग गाइडलाइन्स और अन्य कानूनी प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए करेंगे.

अमेरिकी अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन ने कहा, ‘हम अमेरिकी जनता की सुरक्षा को विदेशी और घरेलू सभी प्रकार के खतरों से बचाने पर पूरी तरह फोकस्ड हैं. इस मामले में लगाए गए आरोप हमारे नागरिकों की सुरक्षा और के लिए गंभीर खतरा हैं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘इस मामले में तथ्य और कानून स्पष्ट हैं और हम यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया का पालन करेंगे कि न्याय हो.’

कौन हैं एश्ले जे टेलिस?

मुंबई में जन्मे टेलिस वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक Carnegie Endowment for International Peace में सीनियर फेलो हैं. भारत और दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ के रूप में उन्होंने 2001 से अमेरिकी विदेश मंत्रालय में सलाहकार के तौर पर डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों ही प्रशासन में काम किया है.

रिपोर्टों के अनुसार, उनके पास टॉप सीक्रेट सिक्योरिटी क्लियरेंस है, जिससे उन्हें अत्यधिक संवेदनशील और सीक्रेट इंफॉर्मेशन तक पहुंच हासिल थी.

टेलिस ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई से बैचलर्स और यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई से मास्टर्स की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी की पढ़ाई पूरी की.

अपने करियर के दौरान एश्ले ने कई अहम पदों पर काम किया है, जिनमें अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में विशेष सहायक के रूप में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के साथ काम करना शामिल हैं. इसी दौरान उन्होंने रणनीतिक योजना और दक्षिण-पश्चिम एशिया के लिए वरिष्ठ निदेशक के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं. 

भारत पर अमेरिका के प्रमुख विशेषज्ञों में से एक माने जाने वाले टेलिस ने 2000 के दशक के मध्य में अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु समझौते की वार्ताओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 

इसके अलावा, उन्होंने नई दिल्ली में अमेरिकी राजदूत के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में भी काम किया है. ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान जनवरी 2017 में वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके मुताबिक, ट्रंप एश्ले को भारत में अमेरिकी राजदूत बनाना चाहते थे और उन्हें राजदूत के लिए नॉमिनेट करने वाले थे. हालांकि, एश्ले राजदूत नहीं बन पाए. 

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