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गाजा में युद्धविराम के बाद फूटा अंदरूनी गुस्सा… अब गृहयुद्ध का खतरा मंडराया – Internal anger erupts after Gaza ceasefire now threat of civil war looms ntc


दो साल के भीषण गोला बारूदों की जंग के बाद गाजा में अब शांति है. गाजा के अंदर इजरायल और हमास का युद्ध तो रुक गया, लेकिन गाजा के अंदर हमास और एक कबीले के बीच नई जंग छिड़ गई है. इस भिड़ंत मे 27 लोग भी मारे गए. ट्रंप के 20 सूत्रीय गाजा प्लान के बाद भी गाजा पट्टी में दहशत है. अब मानवाधिकार संगठन गाजा के अंदर गृहयुद्ध की आशंका जता रहे हैं. अब सवाल ये है कि आगे गाजा में क्या होगा? क्या डोनाल्ड ट्रंप इस अंदरूनी जंग को भी रुकवा देंगे? 

हमास और इजरायल की जंग में सिर्फ गाजा ही तबाह नहीं हुआ. बल्कि हमास के समर्थन करने वाले, हर देश पर इजरायल ने बारूद बरसाया. लेबनान में हसन नसरल्लाह को मार दिया. हिजबुल्लाह नेताओं के पेजर और वॉकी-टॉकी में एक साथ हुए धमाकों से इजरायल ने सबको चौंका दिया. हमास को पस्त करने के लिए, यमन के हूती विद्रोहियों से इज़रायल ने युद्ध लड़ा. लाल सागर में हूतियों से कई बार भीषड़ जंग हुई. इजरायल ने 28 अगस्त 2025 को ऑपरेशन लकी ड्रॉप चलाकर सना में एक उच्चस्तरीय हूती मीटिंग पर हमला किया, जिसमें हूती प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी समेत कई बड़े नेता मारे गए. 

इजरायल ने चलाए कई ऑपरेशन

हमास को पस्त करने के लिए, इजरायल ने ईरान के खिलाफ ऑपरेशन राइजिंग लायन से तेहरान को दहलाया. ईरान के टॉप कमांडरों को मार गिराया, तो ईरान के साथ 12 दिन तक जंग भी लड़ी. हमास को पस्त करने के लिए, इजरायल ने कतर के दोहा में, हमास नेताओं के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और 57 मुस्लिम देशों से सीधे लोहा ले लिया. गाजा में हमास को नेस्तानाबूद करने के लिए, इज़रायल के गोला-बारूद से 67000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जिनमें 20,000 बच्चे शामिल हैं. दुनिया के 152 देशों के दबाव के बाद, तब कहीं डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा के लिए शांति समझौते का प्लान बनाया. 

ट्रंप का इजरायल प्रेम

वो डोनाल्ड ट्रंप जिन्होंने पूरे गाजा युद्ध के दौरान इज़रायल की मदद की. इसलिए, जब युद्धविराम के बाद इज़रायली बंधक गाज़ा से लौटे, तो ट्रंप ने कहा कि उन्हें इजरायल से बहुत प्यार है और ये इससे समझ सकते हैं कि उनकी बेटी ने तो धर्म तक बदल लिया. जी हां इवांका ने यहूदी से शादी की है

13 अक्टूबर को गाजा में यु्द्ध विराम की शुरुआत हो गई. अब ट्रंप इस शांति समझौते को अपनी जीत मान रहे हैं और डोनाल्ड ट्रंप दुनिया को ये भी बता रहे हैं कि अब गाज़ा में मदद भी पहुंचनी शुरु हो गई है.

लेकिन जिस गाजा में युद्ध को रोकने के लिए, इतना खून खराबा हुआ और जैसे ही ये युद्ध रुकने लगा, तो गाजा के अंदर ही एक नई जंग छिड़ गई है. इस बार दुश्मन इजरायल नहीं, बल्कि हमास के अपने ही लोग हैं. हमास सुरक्षाबलों और गाजा के दुघमुश कबीले के लड़ाकों के बीच हुई मुठभेड़ हो गई. जिसमें 27 लोग मारे गए हैं. इनमें 19 कबीले के सदस्य और 8 हमास फाइटर शामिल हैं. 

गाजा में छिड़ी अंदरूनी लड़ाई

ये गाजा में इजरायल के बड़े हमलों के खत्म होने के बाद से अब तक का सबसे भीषण आंतरिक संघर्ष है. रिपोर्ट के मुताबिक चश्मदीदों ने बताया कि, गाजा सिटी के तेल अल-हावा इलाके में जॉर्डनियन अस्पताल के पास भारी गोलीबारी हुई. मास्क पहने हमास गनमैनों ने दुघमुश कबीले के लड़ाकों पर हमला किया. कहा जा रहा है कि ये झड़प तब शुरू हुई जब हमास के 300 से ज्यादा फाइटर एक बिल्डिंग में घुसे जहां दुघमुश कबीले के लोग छिपे थे. झगड़े की शुरुआत तब हुई जब दुघमुश कबीले के लड़ाकों ने हमास के दो एलीट फाइटर्स को गोली मार दी, जिनमें से एक हमास के वरिष्ठ सैन्य खुफिया प्रमुख इमाद आकेल का बेटा था. 

गुस्से में हमास ने ‘सुरक्षा ऑपरेशन’ चलाते हुए इलाके को घेर लिया. आपको बता दें कि गाजा के सबसे प्रमुख कबीलों में से एक, दुघमुश परिवार का हमास के साथ लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध रहा है. दुघमुश का कहना है कि उनके लोगों ने जहां शरण ले रखी थी. हमास उस जगह को कब्जा करने के लिए पहुंचा और अपना बेस बना लिया, जिससे बवाल बढ़ा. यानी हमास और दुघमुश कबीले में वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गई है. अब गाजा में अंदरूनी लड़ाई एक बड़ा चैलेंज बन गई है. ऐसे में सवाल ये है कि क्या डोनाल्ड ट्रंप इस लड़ाई को भी रुकवा पाएंगे? 

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