0

पहली नौकरी और पहला कार्ड, 65% GenZ और मिलेनियल्स जॉब लगते ही बनाते हैं क्रेडिट कार्ड – digital payment growth india 2025 amazon pay kearney ttecr


शहरी भारत में डिजिटल पेमेंट का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. जहां भारत के शहरों में डिजिटल पेमेंट में इस साल 35 परसेंट का इजाफा हुआ है. इसमें सबसे आगे महिलाओं की संख्या है, जो घर के अधिकतर लेन-देन करती हैं. ये जानकारी हाउ अर्बन इंडिया पे 2025 नाम की रिपोर्ट में शेयर की है, जिसे Kearney India ने ऐमेजॉन इंडिया के साथ पार्टनरशिप में तैयार किया है.  

डिजिटल पेमेंट्स में यह बढ़त मुख्य रूप से महिलाओं, युवा प्रोफेशनल्स और छोटे शहरों के उपभोक्ताओं की वजह से हुई है, जिन्होंने डिजिटल पेमेंट्स के नए तरीकों को तेजी से फॉलो किया है. 

यूटिलिटी पेमेंट्स में हो रहा यूज 

रिपोर्ट के मुताबिक, अब कंज्यूमर ना सिर्फ इलेक्ट्रोनिक्स और कपड़ों जैसी महंगी शॉपिंग में बल्कि बिजली के बिल आदि के लिए भी ऑनलाइन पेमेंट का यूज कर रहे हैं. भारत अब 2030 तक 7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर डिजिटल इकॉनमी की तरफ बढ़ रहा है. 

यह भी पढ़ें: दिवाली पर सिर्फ घर ही नहीं, स्मार्टफोन की इंटर्नल सफाई भी करें, हैकिंग से बचेंगे

सिर्फ शॉपिंग तक सीमित नहीं है डिजिटल पेमेंट 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब डिजिटल पेमेंट सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट तक सीमित नहीं रहा है. अब यह डेली ट्रांजैक्शन में काफी यूज होने लगा है. साल 2024 में जहां ऑफलाइन पेमेंट का यूज 48 परसेंट पर था वह अब साल 2025 में बढ़कर 56 परसेंट तक पहुंच गया है. 

यह भी पढ़ें: करियर बदला-जिंदगी बदली, दांतों के डॉक्टर को Apple ने इसलिए दी AI इंजीनियर की नौकरी

ये पेमेंट्स मोड हुए पॉपुलर 

रिपोर्ट के मुताबिक,  UPI, कार्ड्स और कॉन्टैक्टलेस मोड्स की पॉपुलैरिटी में इजाफा हो रहा है. 65 परसेंट ऐसे लोगों की संख्या है, जो ई-कॉमर्स से जुड़े शॉपिंग-लिंक्ड कार्ड्स का चुनाव कर रहे हैं. मेट्रो शहरों में टैप-एंड-गो पेमेंट्स और क्रेडिट-बेस्ड खरीदारी तेजी से ट्रेंड में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अब कंज्यूमर्स के लिए सेफ्टी और सहूलियत दोनों ही अहम फैक्टर बन गए हैं. 

—- समाप्त —-