सहारनपुर पुलिस लाइन में मंगलवार को महिला पुलिसकर्मियों के लिए सीपीआर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह था कि महिला पुलिसकर्मी आपातकालीन स्थिति में हृदयाघात या दम घुटने जैसी स्थिति में किसी व्यक्ति की जान बचाने में सक्षम हो सकें.
प्रशिक्षण के लिए जिला अस्पताल से विशेषज्ञ डॉक्टर बुलाए गए, जिन्होंने सीपीआर की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया और डमी मरीज पर प्रायोगिक अभ्यास करवाया. पुलिसकर्मियों ने बारी-बारी से सीपीआर की तकनीक सीखी और जाना कि कैसे मौके पर तुरंत सही कदम उठाकर किसी की जान बचाई जा सकती है.
महिला पुलिसकर्मियों ने सीखी सीपीआर तकनीक
एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम मिशन शक्ति फेज-5 के अंतर्गत आयोजित किया गया है. उन्होंने कहा कि सीपीआर जैसी तकनीक न केवल ड्यूटी पर बल्कि घर-परिवार और समाज में भी जीवन रक्षक साबित हो सकती है. उन्होंने यह भी बताया कि जिला अस्पताल के डॉक्टर ने प्रशिक्षण को सरल और व्यावहारिक ढंग से समझाया, ताकि हर महिला पुलिसकर्मी इसे व्यवहार में ला सके.
वर्मा ने कहा कि आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम थानों और पुलिस कार्यालयों में लगातार आयोजित किए जाएंगे. इसका उद्देश्य यह है कि महिला पुलिसकर्मी न केवल कानून व्यवस्था में बल्कि जीवन रक्षक भूमिका में भी अपनी जिम्मेदारी निभा सकें.
डमी मरीज पर प्रायोगिक अभ्यास करवाया
इस पहल से महिला पुलिसकर्मियों की सक्षम और आत्मनिर्भर भूमिका मजबूत होगी और आपातकालीन परिस्थितियों में वे तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम रहेंगी.
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