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योगराज ने हाथ जोड़कर मांगी युवराज-पहली पत्नी से माफी, बोले- मौत ने दिलाया गलतियों का एहसास – Yograj singh apologises with folded hands yuvraj singh first wife tmova


इंडियन क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता एक्टर और कोच योगराज सिंह ने हाल ही में अपनी पहली पत्नी से माफी मांगी है. उन्होंने कुबूल किया कि वो बेटे युवराज और पत्नी के साथ कई ज्यादती कर चुके हैं. आंखों में आंसू लिए उन्होंने बताया कि इसका एहसास उन्हें तब हुआ  जब उनका सामना मौत से हुआ. वो हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए रो पड़े. 

योगराज का मौत से हुआ सामना

योगराज ने माना कि उन्होंने अपने जीवन में कई गलतियां की हैं. उन गलतियों का एहसास करते हुए उन्होंने अपने बेटे युवराज सिंह और पहली पत्नी से क्षमा मांगी. योगराज तब उन्हें छोड़कर चले गए थे जब युवराज 17 साल के थे और भारत के लिए क्रिकेट भी नहीं खेले थे. योगराज ने बता चुके हैं कि जब वो युवराज को क्रिकेट का लीजेंड बनाने की ट्रेनिंग दे रहे थे, तब उन्होंने अपनी पहली पत्नी पर काफी सख्त पाबंदियां लगाई थीं.

फाइववुड पॉडकास्ट में योगराज ने बताया कि कुछ महीने पहले उनका सामना मौत के बेहद करीब के अनुभव से हुआ था. वो उस हादसे में बाल-बाल बच गए, लेकिन ये उनके मुताबिक एक चमत्कार था. डॉक्टर ने कह दिया था कि उनके जिंदा बचने की उम्मीद कम है, इस इंसीडेंट ने उन्हें अंदर से बदल दिया. उन्होंने तय किया कि वो अपनी गलतियों का पश्चाताप करेंगे.

हाथ जोड़कर मांगी माफी

योगराज ने कहा-“बहुत ज्यादा पछतावा है. मैंने जो भी किया, वो अपनी इज्जत और परिवार के लिए किया. गुरु ने कहा था कि पुरानी बातें भूल जाओ, इसलिए मैंने ज्यादातर यादें मिटा दी हैं. लेकिन मैं हाथ जोड़कर सब से माफी मांगता हूं. जिन-जिन लोगों को मैंने दुख पहुंचाया, चाहे कोई अजनबी हो या परिवार का सदस्य, कृपया मुझे माफ करें. मैं अपने बच्चों से, अपनी पत्नी से, युवी की मां से, और बाकी सब से माफी मांगता हूं. सब मेरी ही गलती थी. 
अगर मैंने कभी किसी दोस्त या किसी प्रतिद्वंद्वी- चाहे क्रिकेट में या फिल्मों में- के बारे में बुरा कहा हो, तो मैं माफी चाहता हूं. मेरे अंदर कोई अच्छाई नहीं है, सिर्फ कमियां हैं. मैंने जिंदगी में कोई ढंग का काम नहीं किया.”

पत्नी को मानते हैं माता, बेटों को गुरू

योगराज ने आगे कहा कि अब वो कभी अपनी पुराने गलतियों को दोहराने की सोच भी नहीं सकते. वो बोले- “मैं चैन से सोता हूं, कोई दवा नहीं लेता. जब मैं मरूं, तो गुरु मुझ पर गर्व करें.” उन्होंने ये भी बताया कि वो अपनी पहली पत्नी और वर्तमान पत्नी दोनों को ‘माता’ कहते हैं, और अपने बेटों में ‘गुरु’ का रूप देखते हैं.

योगराज बता चुके हैं कि वो अब लगभग पूरे परिवार से दूर हैं और उन्हें किसी की याद नहीं आती. उन्होंने यहां तक कहा कि अब उन्होंने धर्म की राह पकड़ ली है और उनके लिए अब कोई बेटा या बेटी नहीं है.

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