भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने तेज गेंदबाज हर्षित राणा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम में चुने जाने पर सवाल उठाने वाले पूर्व कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत पर मंगलवार को कड़ा पलटवार किया. गंभीर ने कहा कि एक 23 वर्षीय युवा खिलाड़ी को निशाना बनाना बेहद शर्मनाक है.
श्रीकांत ने हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर दावा किया था कि राणा केवल इसलिए राष्ट्रीय टीम में हैं क्योंकि वह गंभीर के ‘जी-हुजूरी’ करते हैं. श्रीकांत के इस बयान ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी थी.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट कहा, ‘यह शर्मनाक है कि कोई अपना यूट्यूब चैनल चलाने के लिए 23 साल के खिलाड़ी को निशाना बना रहा है. अगर आप मुझे निशाना बनाना चाहते हैं, तो कीजिए. मैं इससे निपट सकता हूं. लेकिन यूट्यूब व्यूज के लिए एक युवा खिलाड़ी को ट्रोल करना शर्मनाक है.’
गंभीर की दो टूक- हर्षित अपने दम पर टीम में
गंभीर ने आगे जोर देकर कहा कि हर्षित राणा ने अपनी मेहनत और प्रदर्शन के दम पर टीम में जगह बनाई है, न कि किसी व्यक्तिगत प्रभाव के कारण. उन्होंने कहा, ‘उनके (राणा के) पिता चयनकर्ता नहीं हैं. इस तरह के आरोप युवाओं के मनोबल को तोड़ते हैं. इन युवा खिलाड़ियों को निशाना मत बनाइए.’
23 साल के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने दिल्ली के क्रिकेटर के रूप में पिछले साल गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद 2 टेस्ट, 5 वनडे और 3 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. उनकी लगातार मेहनत और टीम में योगदान को लेकर चयनकर्ताओं ने भरोसा जताया है.
इस बीच, भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 7 विकेट से जीत दर्ज की और सीरीज में बढ़त बनाई. यह जीत भारतीय टीम के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली रही, खासकर युवा खिलाड़ियों के लिए.
गंभीर की प्रतिक्रिया उस समय आई जब श्रीकांत ने राणा के टीम में चयन पर सवाल उठाते हुए कहा था, ‘केवल एक सदस्य है, हर्षित राणा… कोई नहीं जानता कि वह टीम में क्यों है. सबसे अच्छा यही है कि हर्षित राणा की तरह बनें और टीम में चयन के लिए गंभीर की लगातार हां में हां मिलाते रहें.’
गंभीर ने इस बयान को स्पष्ट रूप से खारिज किया और कहा कि किसी भी खिलाड़ी को सिर्फ मीडिया आकर्षण या यूट्यूब व्यूज के लिए निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उन्हें अपनी मेहनत, खेल क्षमता और अनुशासन से ही पहचान बनानी चाहिए.
आने वाली चुनौती: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज 19 अक्टूबर से शुरू होगी. इस दौरे में हर्षित राणा जैसे युवा खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. गंभीर ने यह भी संकेत दिया कि टीम चयन पूरी तरह योग्यता और प्रदर्शन आधारित है, और किसी व्यक्तिगत संबंध या प्रभाव के आधार पर खिलाड़ी नहीं चुने जाते.
यह मामला युवा खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है कि उन्हें ट्रोलिंग या आलोचना से डरने की बजाय अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. गंभीर की स्पष्ट प्रतिक्रिया ने न सिर्फ हर्षित राणा का मनोबल बढ़ाया, बल्कि अन्य युवा खिलाड़ियों को भी यह सीख दी कि योग्यता और मेहनत ही टीम में पहचान दिलाती है.
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