Liver Heath: लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो खून को फिल्टर करने, भोजन पचाने, डिटॉक्सिफिकेशन समेत करीब 500 काम करता है. इसलिए कहते हैं कि हमेशा लिवर की हेल्थ का ध्यान रखना चाहिए. लेकिन आजकल के समय में लिवर की समस्या से भी काफी लोग जूझ रहे हैं. इसके लिए वे लोग न्यूट्रिशन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अलग-अलग चीजों का सेवन भी करते हैं जिससे उनके लिवर को नुकसान भी पहुंच रहा है. कुछ स्टडीज और रिपोर्ट्स ये भी बताती हैं कि सप्लीमेंट्स के इस्तेमाल में हुई गलतियों के कारण कई लोगों को इमरजेंसी में एडमिट होना पड़ता है और उनके लिवर-किडनी की प्रोडक्टिविटी भी कम हो रही है.
रिसर्च बताती हैं कि कुछ सप्लीमेंट्स लिवर के स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकते हैं. अनुमान है कि अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में ही 1.5 करोड़ से अधिक वयस्क हर्बल सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं जो लिवर के लिए जहर हो सकते हैं. तो आइए आज हम उन चीजों के बारे में बताते हैं जो चुपके से आपके लिवर की हेल्थ को खराब कर रहे हैं.
ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट
ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट को अक्सर वजन घटाने के लिए मार्केट में बेचा जाता है लेकिन ये लिवर में सूजन और लिवर डैमेज का कारण बन सकता है. यदि किसी को थकान, मतली और पीलिया जैसे संकेत मिल रहे हैं और वो ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट ले रहा है तो ये चेतावनी संकेत हो सकते हैं. ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट सप्लीमेंट्स का यूज बिना एक्सपर्ट की सलाह के ना करें.
विटामिन ए
विटामिन ए आंख हेल्थ और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी होता है लेकिन यदि इसका सप्लीमेंट अधिक मात्रा में लिया जाए तो हाइपरविटामिनोसिस ए हो सकता है, जिससे लिवर को नुकसान पहुंच सकता है. इसके साइड इफेक्ट में चक्कर आना, मतली और लिवर का साइज बढ़ना शामिल हैं.
आयरन
खून में ऑक्सीजन को आगे बढ़ाने के लिए आयरन की जरूरत होती है लेकिन बहुत अधिक आयरन खाने से लिवर को नुकसान और अन्य समस्याएं हो सकती हैं. आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया से पीड़ित लोगों को आयरन की खुराक केवल तभी लेनी चाहिए जब वे किसी डॉक्टर की देखरेख में हैं.
हल्दी
हल्दी में मौजूद एक्टिव कंपाउंड का नाम करक्यूमिन है जो अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है. हालांकि सीमित मात्रा में सेवन आम तौर पर सुरक्षित है लेकिन अधिक मात्रा में सेवन, खासकर सप्लीमेंट्स के रूप में आपके लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है.
नियासिन (विटामिन बी3)
नियासिन यूज कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है और इसकी अधिकता से लिवर टॉक्सिसिटी हो सकती है. नियासिन से होने वाले लिवर के जोखिमों में पीलिया, पेट दर्द और बढ़ा हुआ लिवर एंजाइम शामिल हैं.
—- समाप्त —-