अयोध्या एक बार फिर दीपोत्सव 2025 के दिव्य प्रकाश से जगमगाने को तैयार है. सरयू घाट पर 26 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे और 2,100 भक्त सामूहिक महा आरती में हिस्सा लेंगे, जिससे दो नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित होंगे. वहीं, जो भक्त इस उत्सव में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो पाएंगे, उनके लिए अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद ने एक अनूठी डिजिटल पहल शुरू की है- ‘एक दीया राम के नाम’. इस पहल के तहत विश्व भर के भक्त ‘दिव्य अयोध्या’ ऐप के माध्यम से भगवान राम के लिए वर्चुअल दीया जला सकेंगे और अपनी प्रार्थनाएं अर्पित कर सकेंगे.
यूपी के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अब दुनियाभर के श्रद्धालु दिव्य अयोध्या ऐप के माध्यम से भगवान श्रीराम के लिए वर्चुअल दीप प्रज्ज्वलित कर सकेंगे और कहीं से भी ऑनलाइन पूजा-अर्चना कर पाएंगे.
‘आस्था का उत्सव है दीपोत्सव’
उन्होंने कहा, ‘दीपोत्सव अब विश्व स्तर पर आस्था का उत्सव बन चुका है. ‘एक दीया राम के नाम’ के जरिए दुनिया भर के भक्त आध्यात्मिक रूप से इस उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं. ये पहल दीपोत्सव को समावेशी और भावनात्मक रूप से एकजुट करने वाली बनाती है.’
इस डिजिटल पहल के तहत, भक्त ‘दिव्य अयोध्या’ ऐप के माध्यम से ऑनलाइन दीया जलाने और प्रार्थना करने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, चाहे वे कहीं भी हों.
राम ज्योति, सीता ज्योति और लक्ष्मण ज्योति पैकेज
ऐप में तीन भक्ति पैकेज राम ज्योति, सीता ज्योति और लक्ष्मण ज्योति शामिल हैं.
- ‘राम ज्योति’ पैकेज (₹2,100) में रोली, सरयू जल, अयोध्या की मिट्टी, रामदाना, मिश्री, रक्षा सूत्र, हनुमान गढ़ी के लड्डू और छोटी पादुकाएं शामिल हैं.
- ‘सीता ज्योति’ (₹1,100) और ‘लक्ष्मण ज्योति’ (₹501) पैकेज में विभिन्न संयोजनों में समान पवित्र वस्तुएं शामिल हैं जो सीधे पंजीकृत भक्तों के घरों तक पहुंचाई जाती हैं.
उन्होंने बताया कि ‘दिव्य अयोध्या’ ऐप एक व्यापक मंच है जो मंदिरों की जानकारी, गाइडेड टूर, होटल और होमस्टे बुकिंग, साथ ही परिवहन सेवाएं प्रदान करता है. उत्तर प्रदेश होमस्टे योजना के तहत विकसित ये ऐप पर्यटकों को स्थानीय समुदायों से जोड़ता है, जिससे उनका अनुभव और समृद्ध होता है. भक्त इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं और www.divyaayodhya.com/bookdiyaprashad पर जाकर दीया और प्रसाद के लिए पंजीकरण कर सकते हैं.
‘एकता और भक्त का उत्सव’
यूपी के इस पहल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ‘ये प्रयास परंपरा और तकनीक का सुंदर समन्वय है. दीपोत्सव 2025 केवल दीयों का त्योहार नहीं, बल्कि एकता, भक्ति और साझा आस्था का प्रतीक है. ‘एक दीया राम के नाम’ के जरिए विश्व भर के भक्त अयोध्या से आध्यात्मिक रूप से जुड़ सकते हैं और भगवान राम को अपनी प्रार्थनाएं अर्पित कर सकते हैं.’
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