अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायल की यात्रा पर हैं. तेल अवीव जाते हुए अपने एयर फोर्स वन में उन्होंने कई मुद्दों पर पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा कि उन्हें मौजूदा प्रयास या कोई चीज भी स्वर्ग तक नहीं पहुंचा सकती. ट्रंप ने माना कि शायद वह स्वर्ग के लिए नहीं बने हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने बहुत से लोगों की जिंदगी बेहतर बनाई है.
‘मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा ऑपरेशन’
डोनाल्ड ट्रंप ने एयर फोर्स वन में इजरायल जाते समय पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने गाजा शांति समझौते और मिडिल ईस्ट की स्थिति पर सवालों के जवाब दिए. ट्रंप ने कहा कि यह समझौता ‘यह शायद मेरे जीवन का सबसे बड़ा अभियान हो सकता है.’
‘…उन जगहों के बारे में कोई नहीं जानना चाहेगा’
ट्रंप ने कहा कि इस समझौते के तहत हमास के कब्जे से अंतिम 20 बंधकों की रिहाई होने वाली है. उन्होंने कहा कि बंधक ‘ऐसे स्थानों पर थे, जिनके बारे में जानना कोई नहीं चाहेगा.’ गाजा की पुनर्निर्माण योजना के बारे में ट्रंप ने कहा कि ‘सबसे पहले लोगों का ध्यान रखा जाएगा, लेकिन इसके बाद यह काम लगभग तुरंत शुरू होगा. आने वाले वर्षों में यह बहुत अच्छा दिखाई देगा.’
मिडिल ईस्ट में शांति बनाने की कठिनाई पर ट्रंप ने कहा, ‘मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित करना एक सरकारी शटडाउन खत्म करने से भी कठिन है. यह संघर्ष 3,000 साल से चल रहा है, जबकि शटडाउन केवल 10 दिन का था.’
‘मैं स्वर्ग के लिए नहीं बना हूं’
पत्रकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति से उनके पहले के बयान के बारे में पूछा, जिसमें उन्होंने यूक्रेन में युद्ध को खत्म करने के प्रयासों को अपने स्वर्ग पहुंचने की आशा से जोड़ा था. पत्रकार ने कहा, ‘आपने कहा था कि आप यूक्रेन में युद्ध खत्म करने की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि इससे आपको स्वर्ग में जाने में मदद मिल सकती है.’
इस पर ट्रंप ने जवाब दिया, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई भी चीज मुझे स्वर्ग पहुंचा सकती है. मुझे लगता है कि शायद मैं स्वर्ग के लिए नहीं बना हूं. शायद मैं अभी ही एयर फोर्स वन में उड़ते हुए स्वर्ग में हूं. मैं स्वर्ग पहुंच पाऊंगा या नहीं. लेकिन मैंने बहुत से लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाया है.’
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