अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ करते हुए उन्हें सख्त और स्मार्ट बताया है. उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका और चीन की मदद करना चाहता है, उसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता. ट्रंप ने ये टिप्पणी ऐसे वक्त की हैं, जब दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर फिर से तनाव बढ़ गया है.
एयर फोर्स वन पर इजरायल रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी चीनी नीति का बचाव किया और कहा कि टैरिफ ने अमेरिका को फिर से पैसे वाला देश बना दिया है और वाशिंगटन को वार्ता की ताकत प्रदान की है.
‘मेरा उनके साथ शानदार रिश्ता’
ट्रंप ने शी जिनपिंग को बहुत स्मार्ट व्यक्ति और एक महान नेता बताते हुए कहा, ‘मेरा उनके साथ शानदार रिश्ता है.’ उन्होंने उम्मीद जताई कि व्यापारिक तनाव जल्द ही सुलझ जाएंगे.
वहीं, शी के साथ संभावित एशिया बैठक के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगाता है कि चीन के साथ हमारा रिश्ता ठीक रहेगा. हालांकि, एक नवंबर से 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने के अपने वादे पर ट्रंप ने कहा कि ये योजना अभी लागू है तथा उन्होंने कहा, ‘एक नवंबर मेरे लिए अनंत काल जैसा है.’
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने रविवार को बताया कि चीन ने दुर्लभ मिट्टियों (रेयर अर्थ) के निर्यात नियंत्रण विस्तार की घोषणा के बाद फोन कॉल के लिए संपर्क किया था, लेकिन बीजिंग ने इसे टाल दिया. चीन ने अमेरिका पर दोहरी मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है.
ट्रंप ने शुक्रवार को चीन के इस कदम का जवाब देते हुए चीन के अमेरिका जाने वाले निर्यात पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की. साथ ही 1 नवंबर तक किसी भी और सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर नए निर्यात नियंत्रण लागू करने का ऐलान किया.
‘चीन को लेकर चिंता न करें’
इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव कम करने की कोशिश करते हुए कहा कि अमेरिका चीन को नुकसान पहुंचाने के बजाय उसका समर्थन करना चाहता है.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘चीन को लेकर चिंता न करें, सब ठीक हो जाएगा! सम्मानित राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बस एक बुरा पल आ गया. वे अपने देश के लिए मंदी नहीं चाहते और न ही मैं. अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, नुकसान नहीं पहुंचाना!’
ट्रंप के इस पोस्ट से कुछ घंटे पहले, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने बीजिंग को चेतावनी दी कि वह तर्क का मार्ग चुनें. फॉक्स न्यूज से बात करते हुए वैंस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन पूर्ण रूप से व्यापारिक संघर्ष से बचना चाहता है, लेकिन अमेरिकी हितों की रक्षा में संकोच नहीं करेगा.
चीन का पलटवार
बीजिंग ने वाशिंगटन के नए टैरिफ को दोहरा मापदंड करार दिया है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘व्यापार युद्ध पर चीन का रुख सुसंगत है. हम इसे नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं हैं.’
राज्य प्रसारक सीसीटीवी द्वारा प्रसारित एक रिपोर्ट में मंत्रालय ने दुर्लभ मिट्टियों (रेयर अर्थ) निर्यात पर अपनी पाबंदियों का बचाव किया, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया गया, खासकर “बार-बार होने वाले सैन्य संघर्षों” के दौरान इन सामग्रियों के सैन्य उपयोग को लेकर. हालांकि, बीजिंग ने अमेरिकी वस्तुओं पर नई कर वृद्धि की घोषणा करने से परहेज किया.
ट्रंप ने ये भी संकेत दिया था कि वे इस महीने के अंत में दक्षिण कोरिया में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी आगामी बैठक रद्द कर सकते हैं. हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ है.
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