बिहार का खाना केवल स्वाद का ही नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है. चाहे लिट्टी-चोखा की खुशबू हो, ठेकुआ की मिठास या सत्तू पराठे का जायका, यहां का हर व्यंजन अपनी कहानी कहता है. ये ऐसे पकवान हैं जिन्हें एक बार चखकर कोई भी उनका दीवाना हो जाता है. आइए जानते हैं बिहार की 6 मशहूर डिशेज के बारे में जो स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी खजाना हैं.
लिट्टी-चोखा
बिहार का नाम लेते ही सबसे पहले जिक्र लिट्टी-चोखा का ही होता है. आटे और सत्तू से बनी लिट्टी को कोयले पर सेंककर घी में डुबोया जाता है और आलू, बैंगन और टमाटर के चोखे के साथ परोसा जाता है. इसका देसी स्वाद और सुगंध हर किसी का दिल जीत लेता है. लिट्टी में मौजूद सत्तू प्रोटीन, फाइबर और एनर्जी से भरपूर होता है जिससे इसे खाने के बाद लंबे समय तक पेट भरा रहता है.
ठेकुआ
छठ पूजा का सबसे खास प्रसाद ठेकुआ बिहार की भावनाओं से जुड़ा हुआ है. गेहूं के आटे, गुड़ और घी से बना यह ट्रेडिशनल स्नैक्स कुरकुरा और स्वादिष्ट होता है. इसे नाश्ते या ट्रैवलिंग के दौरान भी खाया जा सकता है क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होता. ठेकुआ न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि पेट भरने वाला भी है, इसीलिए इसे कई लोग बिस्किट या स्नैक्स की जगह खाना पसंद करते हैं.
घुघनी-चूड़ा
काला चना या हरे मटर से बनी मसालेदार घुघनी जब कुरकुरे चूड़ा के साथ खाई जाती है तो इसका स्वाद काफी बढ़ जाता है. ऊपर से प्याज, हरी मिर्च और नींबू डालने पर इसका टेस्ट और भी लाजवाब हो जाता है. यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ हेल्दी भी है, इसलिए इसे सुबह या शाम के नाश्ते के रूप में खाया जाता है.
बालूशाही
बालूशाही बिहार की एक ट्रेडिशनल मिठाई है जो बाहर से कुरकुरी और अंदर से सॉफ्ट होती है. इसे धीमी आंच पर सुनहरा तलकर चाशनी में डुबोया जाता है. शादी-ब्याह, त्यौहार या मेलों में बालूशाही हमेशा लोगों की पहली पसंद होती है. सड़क किनारे हलवाई की दुकान से ली गई बालूशाही का स्वाद भूलना मुश्किल है.
सत्तू पराठा
सत्तू पराठा वहां के लोगो का फेवरेट है. इसे बनाना काफी आसान है और यह जितना टेस्टी होता है उतना ही हेल्दी भी होता है. सत्तू में धनिया, लहसुन, प्याज और नींबू मिलाकर इसे काफी टेस्टी बनाया जा सकता है. इसके साथ अचार या बैंगन का चोखा टेस्ट को और भी बढ़ा देता है.
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