बॉलीवुड के शहंशाह कहलाने वाले अमिताभ बच्चन ने अपने शानदार करियर में हजारों अनुभव जमा किए हैं. ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के नए एपिसोड में गीतकार जावेद अख्तर और एक्टर फरहान अख्तर मेहमान के रूप में पहुंचे थे. इस दौरान अमिताभ ने उस समय को याद किया जब उन्होंने फरहान की फिल्म ‘लक्ष्य’ में काम किया था. बिग बी ने बताया कि ‘लक्ष्य’ में काम करते समय वह एक नौसिखिए की तरह महसूस कर रहे थे, क्योंकि उन्होंने पहले कभी इतने व्यवस्थित तरीके से काम नहीं किया था. इतना कि पहले दिन उन्हें लगा कि वह एक्टिंग ही नहीं कर पा रहे हैं.
अमिताभ बच्चन को हुई शर्मिंदगी
अमिताभ बच्चन ने याद करते हुए कहा, ‘पहली बार मैं एक ऐसे माहौल में आया, जो मेरे लिए बिल्कुल नया था. हम लोग तो हंसते-खेलते काम करते थे. वह माहौल वहां नहीं था. मेरे मुंह से डायलॉग्स नहीं निकल रहे थे. बहुत सारे री-टेक हो रहे थे. मुझे लगा कि यह थोड़ा शर्मनाक है. फिर आखिरकार फरहान ने उस दिन के लिए पैकअप करने का फैसला किया.’ अमिताभ ने याद किया कि पैकअप के बाद फरहान उनके कमरे में बातचीत करने आए और पूछा कि क्या कोई समस्या है.
बिग बी ने आगे बताया, ‘वह रात को मेरे कमरे में आए. उन्होंने पूरी ईमानदारी से कहा अमिताभ अंकल आपको कोई समस्या हो रही है? क्योंकि अगर ऐसा है, तो आप और मैं मेरे कमरे में बैठ सकते हैं. हम डायलॉग्स पर काम कर सकते हैं. मुझे पहले कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ था. मुझे लगा कि मैं एक नौसिखिया हूं और यह उस्ताद मुझे बताएगा कि देखो बेटा हम बताते हैं कि एक्टिंग कैसे करनी है.’
जया से बात करते हुए इमोशनल हुए अमिताभ
एक्टर ने बताया कि जैसे ही फरहान गए, उन्होंने अपनी पत्नी जया बच्चन को फोन किया और भावुक हो गए. वह अपनी एक्टिंग की क्षमता पर शक कर रहे थे. अमिताभ ने कहा, ‘जैसे ही वह मेरे कमरे से गए, मैंने अपनी पत्नी जया को फोन किया. मैं बहुत भावुक था और मैंने उन्हें बताया कि क्या हुआ. मैंने कहा कि वे मुझे बता रहे हैं कि मुझे एक्टिंग करना नहीं आता. उन्होंने मुझसे कहा कि अमित जी अगर आप खुश नहीं हैं, तो अपना बैग पैक करें और वापस आ जाएं. मुझे लगा कि चले जाना चीजों को और खराब कर सकता है. लेकिन उस रात के बाद मैं बहुत सहज हो गया. बाकी की शूटिंग बहुत अच्छी रही.’
फरहान ने भी सुनाया किस्सा
जब अमिताभ इस किस्से को याद कर रहे थे, फरहान ने शूटिंग से एक और कहानी शेयर की. उन्होंने बताया कि एक दिन जब एक्टर्स को सुबह 5 बजे सेट पर पहुंचना था, अमिताभ बच्चन सुबह 3:30 बजे ही पहुंच गए. उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है कि हम सूर्योदय के समय क्लाइमेक्स शूट करना चाहते थे, क्योंकि उस समय की रोशनी बहुत अच्छी होती है. एक्टर्स के लिए कॉल टाइम सुबह 5 बजे था और क्रू को सब कुछ सेट करने के लिए सुबह 3:30 बजे पहुंचना था. हम सभी उपकरणों के साथ उस स्थान पर पहुंचे, और मैंने देखा कि कुर्सियों के ढेर पर कोई बैठा हुआ है. पहले तो हमें समझ नहीं आया कि इस समय वहां कौन बैठा है, लेकिन जैसे ही हम उस व्यक्ति के पास पहुंचे, हमें एहसास हुआ कि बच्चन साहब पहले से ही वहां थे, और वह भी कॉस्ट्यूम में. लोग एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे कि जल्दी से काम पूरा करो क्योंकि वह पहले से ही वहां मौजूद थे.’
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