राजस्थान के सीकर शहर में पालवास रोड स्थित अनिरुद्ध रेजिडेंसी में एक परिवार के पांच सदस्यों की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. सूचना मिलने पर पुलिस ने फ्लैट का निरीक्षण किया, जहां मां किरण और उनके तीन बेटे सुमित, आयुष, अवनीश तथा बेटी स्नेहा के शव बरामद हुए. मृतक परिवार ने जहर का सेवन कर अपनी जान दे दी थी. घटनास्थल पर कुल 10 जहर के पैकेट मिले, जिनमें से 8 का इस्तेमाल किया गया था.
एक सप्ताह से बंद था फ्लैट
सूत्रों के अनुसार, इसके पीछे परिवार का निजी विवाद हो सकता है. महिला किरण अपने पति के साथ अनबन के चलते बच्चों के साथ अनिरुद्ध रेजिडेंसी में रह रही थीं. फ्लैट पिछले एक सप्ताह से बंद था, और भीतर से तेज दुर्गंध आने लगी थी. बिल्डिंग के अन्य निवासियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
अगरबत्ती और इत्र डालकर अंदर घुसी पुलिस
पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन दुर्गंध और सड़ चुकी हालत के कारण फ्लैट में प्रवेश करना चुनौतीपूर्ण था. स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने अगरबत्ती और इत्र का प्रयोग किया और धीरे-धीरे फ्लैट के अंदर जाकर शवों को देखा. सभी शव बुरी तरह से सड़ चुके थे और काले पड़ गए थे.
सीकर के सदर थाना के इंद्राज मारोड़िया इस मामले की जांच कर रहे हैं. डिप्टी धोद सुरेश शर्मा ने बताया कि फ्लैट लंबे समय से बंद था और दुर्गंध इतनी तेज थी कि अंदर जाने में काफी मुश्किल हो रही थी. प्रारंभिक जांच में मृतकों की पहचान कर ली गई है, लेकिन अभी सुसाइड के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है.
पुलिस का कहना है कि परिवार ने अपने दुख और परेशानी के चलते यह कदम उठाया. फ्लैट में मिले जहर के पैकेट और बच्चों की उम्र पर भी जांच की जा रही है. यह घटना न केवल सीकर बल्कि पूरे राज्य के लिए एक बड़ा हादसा बन गई है.
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और परिवार के पीछे के कारणों का पता लगाने में लगी हुई है. फ्लैट की दुर्गंध और शवों की खराब हालत ने इस घटना को और भी भयानक बना दिया है. यह कहानी समाज को झकझोरने वाली है, जिसमें परिवार की पीड़ा और मानसिक तनाव की गहरी झलक मिलती है.
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