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Rat Deployment On Plane Was ‘neither Due To A System Fault Nor Pilot Action’: Air India – Amar Ujala Hindi News Live


एअर इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि उसकी ड्रीमलाइनर विमान में 5 अक्तूबर को ‘रैम एयर टरबाइन’ (आरएटी) का खुलना न तो किसी तकनीकी खराबी की वजह से हुआ और न ही पायलट की किसी गलती से। कंपनी के शुरुआती जांच नतीजों में यह बात सामने आई है। यह घटना अमृतसर से बर्मिंघम जा रहे बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में हुई थी, जब विमान लैंडिंग से कुछ सेकंड पहले आरएटी अपने आप खुल गया। यह उपकरण आम तौर पर तब इस्तेमाल होता है जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाएं या बिजली प्रणाली बंद हो जाए। हालांकि, इस उड़ान में सभी सिस्टम सामान्य थे और विमान ने सुरक्षित लैंडिंग की।

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अपने आप तैनात हो गया RAT- एअर इंडिया

एअर इंडिया ने अपने बयान में कहा, ‘हमारी प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि आरएटी का खुलना न तो किसी सिस्टम फॉल्ट के कारण था और न ही पायलट की किसी कार्रवाई से। यह अपने आप हुआ, और ऐसी घटनाएं पहले भी अन्य एयरलाइनों के साथ हुई हैं, जैसा कि बोइंग ने भी रिपोर्ट की है।’ एयरलाइन ने बताया कि घटना की जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को दी जा चुकी है और तय नियमों के तहत प्रारंभिक रिपोर्ट भी सौंप दी गई है।

5 अक्तूबर को क्या हुआ?

5 अक्तूबर 2025 को उड़ान संख्या एआई117, जो अमृतसर से बर्मिंघम जा रही थी, जो लैंडिंग के अंतिम चरण में थी जब पायलटों ने आरएटी खुलने का संकेत देखा। उस समय विमान के सभी इलेक्ट्रिकल और हाइड्रोलिक सिस्टम सामान्य थे। पायलटों ने सुरक्षित लैंडिंग की और किसी यात्री को नुकसान नहीं हुआ। लैंडिंग के बाद विमान को जांच के लिए अस्थायी रूप से ग्राउंड कर दिया गया। बाद में जांच पूरी होने पर विमान को सेवा में फिर से शामिल कर लिया गया और उसने बर्मिंघम से दिल्ली की उड़ान संचालित की।

पायलट संघ ने जताई चिंता

इस घटना के एक हफ्ते बाद, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मांग की कि एअर इंडिया की पूरी ड्रीमलाइनर बेड़े को अस्थायी रूप से ग्राउंड किया जाए। संघ ने कहा कि सभी विमानों की इलेक्ट्रिकल प्रणाली की गहन जांच की जानी चाहिए और डीजीसीए को एअर इंडिया का विशेष ऑडिट करना चाहिए। एफआईपी ने यह भी बताया कि 9 अक्तूबर को एअर इंडिया की वियना से दिल्ली जा रही उड़ान एआई154 को भी गंभीर तकनीकी समस्या के कारण दुबई में आपात लैंडिंग करनी पड़ी। 5 अक्तूबर की आरएटी घटना और यह नई तकनीकी खराबी – दोनों ही बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों में हुईं।

पिछली बड़ी दुर्घटना की यादें ताजा

बता दें कि, 12 जून को एअर इंडिया की ड्रीमलाइनर उड़ान संख्या एआई171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी, टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें उड़ान के क्रू समेत 260 लोगों की मौत हुई थी। इस भीषण दुर्घटना के बाद से एअर इंडिया की बोइंग 787 श्रृंखला की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

क्या है रैम एयर टर्बाइन?

रैम एयर टर्बाइन, एक छोटा पंखे जैसा उपकरण होता है जो विमान की बाहरी सतह पर स्थित रहता है। यह केवल तब खुलता है जब मुख्य इंजन या बिजली प्रणाली फेल हो जाएं। यह हवा के दबाव से घूमता है और विमान के मूलभूत सिस्टम जैसे हाइड्रोलिक, नेविगेशन और कंट्रोल सिस्टम को कुछ समय तक बिजली उपलब्ध कराता है। आमतौर पर, इसका अपने आप खुल जाना बहुत दुर्लभ घटना माना जाता है।

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विमान की सुरक्षित लैंडिंग और पायलट संघ की चिंता

एअर इंडिया ने स्पष्ट किया है कि यह घटना सुरक्षा के लिहाज से गंभीर नहीं थी, क्योंकि सभी सिस्टम सामान्य रूप से काम कर रहे थे और लैंडिंग पूरी तरह सुरक्षित रही। हालांकि, पायलट संघ की चेतावनी और हाल की घटनाओं ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या ड्रीमलाइनर बेड़े की तकनीकी विश्वसनीयता पर नए सिरे से नजर डालने की जरूरत है।