सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर में जबरदस्त उछाल देखी जा रही है. अनिल अंबानी के शेयर आज करीब 14 फीसदी तक चढ़ चुके हैं, जिस कारण निवेशक भी खुश हैं. रिलायंस पावर आज NSE पर चौथा सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाला स्टॉक बना है, जहां 361 करोड़ रुपये के 7.44 करोड़ शेयरों का अदान-प्रदान हुआ है. एक्सचेंजों की तरफ से इस तेजी को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है.
रिलायंस पावर का शेयर 14.06 प्रतिशत चढ़कर 50.70 रुपये पर पहुंच गया था. वहीं रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर 5 प्रतिशत की ऊपरी सर्किट सीमा को पार कर 241 रुपये पर पहुंच गया. शेयरों में यह तेजी हाल ही में रिलायंस पावर को सेबी से सीएलई प्राइवेट लिमिटेड में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के निवेश के संबंध में कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद आया है, जबकि कंपनी ने कहा है कि सीएलई में उसका कोई निवेश नहीं है.
रिलायंस इंफ्रा ने क्या कहा?
सेबी के नोटिस पर रिलायंस पावर ने कहा कि वह कानूनी सलाह के अनुसार उचित कदम उठाएगी. एक अलग फाइलिंग में, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने स्पष्ट किया कि उसने 9 फरवरी, 2025 को पहले ही खुलासा कर दिया था कि सीएलई प्राइवेट लिमिटेड के साथ उसका विवाद मध्यस्थता अधिनियम, 2023 के अनुरूप, बॉम्बे हाई कोर्ट के मध्यस्थता केंद्र में दायर सहमति शर्तों के माध्यम से सुलझा लिया गया है.
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा कि आठ महीने की देरी के बाद, सेबी ने सेबी (धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार प्रथाओं का निषेध) विनियम, 2003, सेबी अधिनियम, 1992 के साथ उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सीएलई प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता पहले ही मध्यस्थता अधिनियम, 2023 के तहत पूरी तरह से लागू किया जा चुका है.
शेयरों में शानदार तेजी
दोपहर 12.52 बजे तक रिलायंस पावर का शेयर 9.22% चढ़कर 48.56 रुपये पर कारोबार कर रहा था. छह महीने में इस शेयर ने 21 फीसदी का रिटर्न दिया है और एक साल के दौरान इसमें 4 प्रतिशत की ही उछाल आई है. रिलायंस पावर का मार्केट कैपिटलाइजेशन 18384 करोड़ रुपये है.
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो यह शेयर छह महीने में 7 फीसदी से ज्यादा गिरा है, जबकि इस साल अभी तक 24 फीसदी टूट चुका है. इतना ही नहीं यह शेयर 1 साल में 14 फीसदी तक गिरा हुआ है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
—- समाप्त —-