उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मत्स्य पालन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. यहां लगभग 65 करोड़ रुपये की लागत से एशिया की सबसे बड़ी और अत्याधुनिक मछली मंडी का निर्माण पूरा हो चुका है. इस नवनिर्मित मछली मंडी का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (11 अक्तूबर) को वर्चुअल माध्यम से करेंगे. यह देश का पहला स्टेट-ऑफ-द-आर्ट होलसेल फिश मार्केट है, जो चंदौली के नवीन मंडी परिसर में लगभग एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थापित किया गया है.
जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाईवे पर बनी इस मंडी से पूर्वांचल के मत्स्य पालकों की आय दोगुनी होने की उम्मीद है. इस परियोजना के निर्माण में 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दी गई है, जबकि 10 करोड़ रुपए की धनराशि मंडी परिषद ने भी योगदान किया.
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यह मंडी मत्स्य पालन से जुड़े सभी संसाधनों का केंद्र होगी. यहां मछली के बीज, फीड, दवाएं, चारा और उपकरण एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे. साथ ही मंडी में मछली का होलसेल और रिटेल मार्केट, मछली पालन की आधुनिक तकनीकें, मार्केटिंग, एक्सपोर्ट तथा मछली आधारित विभिन्न व्यंजनों का अनुभव करने के लिए ‘एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट’ भी है.
मंडी परिसर में प्रशिक्षण और जागरूकता बढ़ाने के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल और प्रोसेसिंग यूनिट बनाई गई हैं. इसके अतिरिक्त, मछली पालन की नई तकनीकों को प्रदर्शित करने के लिए एक आधुनिक एक्ज़िबिशन हॉल भी स्थापित किया गया है, जहां मत्स्य पालक नवीनतम तकनीकों को देखकर सीख सकेंगे.
पीपीपी मॉडल पर बनी इस इमारत की तीसरी मंजिल पर स्थित फिश रेस्टोरेंट में आगंतुक मछली के विभिन्न व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं. अधिकारियों का कहना है कि इस मछली मंडी के संचालन से मत्स्य पालन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे.
इस परियोजना के पूरा होने के साथ ही चंदौली जिले का नाम मत्स्य पालन के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बना सकेगा. आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से लैस यह मछली मंडी न सिर्फ व्यापारिक दृष्टि से बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
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