अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत के दौरे पर हैं. उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से आज मुलाकात की. इस दौरान मुत्तकी ने बगराम एयरबेस को लेकर भी बयान दिया.
मुत्तकी ने कहा कि हम बगराम एयरबेस किसी को नहीं देंगे. अफगानिस्तान अपनी जमीं का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देगा. अगर कोई हमारे साथ रिश्ते बनाना चाहता है तो उन्हें डिप्लोमैटिक मिशन के जरिए आना होगा ना कि सैन्य वर्दी में नहीं. यह किसी भी कीमत में स्वीकार्य नहीं है.
उन्होंने कहा कि अफगानी जमीं के एक भी इंच पर किसी का कब्जा नहीं है. पिछले चार साल में सभी को हटा दिया गया. बीते आठ महीने में अफगानिस्तान में एक छोटी सी भी घटना नहीं हुई है. अफगानिस्तान ने इन वर्षों में किसी भी मुल्क को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया.
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने कहा था कि वह अफगानिस्तान में अमेरिका का बनाया हुआ बगराम एयरबेस वापस चाहते हैं.
मुत्तकी ने शुक्रवार को विदेश मंत्री जयशंकर से भी मुलाकात की. इस दौरान अफगानिस्तान में फिर से भारत का दूतावास शुरू करने की बात हुई. विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार को तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के साथ द्विपक्षीय बैठक में इसका ऐलान किया. दोनों पक्षों ने व्यापार, विकास और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने पर सहमति जताई. बता दें कि 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद भारत ने दूतावास बंद कर दिया था.
मालूम हो कि मुत्तकी गुरुवार को एक हफ्ते की यात्रा पर दिल्ली पहुंचे थे. अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद काबुल से दिल्ली तक यह पहली यात्रा है.
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