Karwa Chauth 2025: अखंड सौभाग्य के लिए करवा चौथ का उपवास 10 अक्टूबर यानी कल रखा जाएगा. इस साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर शुक्रवार पड़ रहा है. दिन शुक्रवार होने की वजह से करवा चौथ का महत्व और भी बढ़ गया है. इसलिए ज्योतिषविद इसे शुक्रवारी करवा चौथ भी बोल रहे हैं. इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए निर्जला उपवास रखेंगी. फिर रात को चांद देखने के बाद व्रत खोलेंगी. हालांकि शुक्रवारी करवा चौथ पर कुछ विशेष उपाय कर देवी लक्ष्मी को भी प्रसन्न किया जा सकता है, क्योंकि यह वार देवी लक्ष्मी को ही समर्पित है.
1. करवा चौथ पर शाम के समय महालक्ष्मी के मंदिर जाएं और एक घी का दीपक जलाकर चावल के सात दाने माता लक्ष्मी को अर्पित करें. इसके बाद ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:’ मंत्र का जाप करें. इसके बाद मां लक्ष्मी से आर्थिक मोर्चे पर उन्नति की प्रार्थना करें.
2. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कनकधारा स्तोत्र का पाठ बहुत उत्तम माना जाता है. करवा चौथ पर शाम के समय कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. इसके बाद चावल, दूध, चीनी या दही जैसी किसी सफेद चीज का दान करें. आप चाहें तो सामर्थ्य के अनुसार, धन का दान भी कर सकते हैं.
3. करवा चौथ की शुभ वेला पर शाम के समय पीले या लाल वस्त्र पहनकर एक लोटा जल में सफेद चंदन मिलाएं. इसके बाद नजर नीचे करके चंद्र देव को अर्घ्य दें. फिर भगवान शिव का ध्यान करें और ‘ॐ उमामहेश्वराभ्याम नमः’ मंत्र का जाप करें. आपके दापंत्य जीवन में खुशियों का अंबार लग जाएगा.
4. करवा चौथ के दिन पति अपनी पत्नी को कोई चांदी का आभूषण उपहार में दे सकते हैं. इसके अलावा, शाम के समय मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और उसे प्रसाद के रूप में वितरित करें. शुक्रवारी करवा चौथ पर चंद्रमा और शुक्र की एकसाथ पूजा से भी आपको बहुत लाभ मिलेगा.
करवा चौथ का मुहूर्त और चांद निकलने का समय
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी 9 अक्टूबर को रात 10.54 बजे से लेकर 10 अक्टूबर को शाम 07.38 बजे तक रहने वाली है. 10 अक्टूबर को करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहू्र्त शाम 5 बजकर 56 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 10 मिनट तक रहेगा. जबकि रात 08 बजकर 14 मिनट पर चांद दिखाई दे सकता है.
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