चुनावी रणनीतिकार से सक्रिय राजनेता बने प्रशांत किशोर द्वारा स्थापित जन सुराज पार्टी (JSP) ने गुरुवार को बिहार में आगामी दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 51 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी. बिहार में 6 और 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और चुनाव नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे. प्रशांत किशोर से आजतक ने पूछा कि जन सुराज ने क्यों 51 उम्मीदवारों की ही सूची जारी की, क्या पूरी लिस्ट तैयार नहीं है?
इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा, ‘जैसा की आपको जन सुराज के अध्यक्ष ने बताया होगा कि सनातन परंपरा में लोग पंडितों से पूछते हैं. जो इस विधा को जानने वाले लोग हैं, किसी ने कह दिया कि 51 शुभ अंक है, तो पहले इतने ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई. हमारी लिस्ट तैयार है. अगर तैयार नहीं होती तो कल या परसों हम फिर कैसे और उम्मीदवारों की घोषणा करने जा रहे हैं. आज चूंकि 51 का नंबर सबने मिलकर निकाला था, सबने सुझाव दिया तो हम लोगों ने कहा कि चलो 51 की सूची जारी कर देते हैं.’
जन सुराज ने उतारे हैं चरित्रवान उम्मीदवार: PK
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि सूची में कितने नाम हैं उससे ज्यादा महत्चपूर्ण है कि उसमें जारी हुए नामों का कैरेक्टर क्या है. उन्होंने कहा, ‘जो वादा किया गया था कि बिहार में जन सुराज से वो लोग चुनाव लड़ते दिखेंगे जो धनबल और बाहुबल के इतर अपने चरित्र, अपने काम, अपने अनुभव, समाज में किए गए अपने प्रयासों की वजह से जाने जाते हैं. और सूची में आपको वैसे ही नाम दिखेंगे. आपको ऐसे लोग दिखेंगे जिनके बारे में जीवन में भी कोई नहीं सोच सकता था कि वे चुनाव लड़ेंगे. उनको जनसुराज चुनाव लड़ने का मौका दे रहा है.’
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पीके ने आजतक से बातचीत में कहा, ‘यहां बिहार में हजारों बच्चों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष गुरु रहे, केसी सिन्हा चुनाव लड़ रहे हैं. हिमाचल से अपनी नौकरी छोड़कर एडीजे जेपी सिंह आए हैं, वह छपरा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. आरके मिश्रा जो एक तरह से यहां के सबसे प्रतिष्ठित आईपीएस ऑफिसर रहे हैं, लालू के दौर में भी जब भागलपुर में दंगे रोकने की बात हुई थी तो आरके मिश्रा को वहां सिटी एसपी बनाकर भेजा गया था. वह आरके मिश्रा दरभंगा से जन सुराज से चुनाव लड़ रहे होंगे. रघुनाथपुर में जहां बाहुबलियों का दौर है, शूटर्स और बाहुबली चुनाव लड़ते हैं, वहां के सबसे प्रतिष्ठित परिवार से आने वाले राहुल कीर्ति सिंह चुनाव लड़ रहे होंगे.’
जन सुराज का लक्ष्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘हमारी सूची में शामिल हर नाम के पीछे जन सुराज की सोच और प्रयास दिखेगा. इस पूरे प्रयास में संभव है कि दो चार कार्यकर्ताओं को टिकट ना मिला हो, उस वजह से कुछ लोगों की नाराजगी भी हो सकती है, लेकिन चुनाव तो 243 लोग ही लड़ सकते हैं. हमारी लिस्ट जाति और धर्म को ध्यान में रखकर नहीं बल्कि बिहार में व्यवस्था परिवर्तन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है.’प्रशांत किशोर के करगहर या राघोपुर से चुनाव लड़ने की चर्चा थी. लेकिन जन सुराज ने अपनी पहली सूची में यहां से उम्मीदवार की घोषणा कर दी. भोजपुरी के स्टार गायक और अभिनेता रितेश पांडेय को जन सुराज ने करगहर से अपना उम्मीदवार बनाया है.
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आजतक ने प्रशांत किशोर से जब राघोपुर सीट से चुनाव लड़ने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘कुछ साथियों और संगठन के लोगों ने राघोपुर से मेरे नाम से आवेदन दिया था. मैंने उनको ये वादा किया था कि राघोपुर पर निर्णय से पहले मैं आपके यहां आऊंगा. मैंने 11 (अक्टूबर) तारीख तय किया है, जब मैं राघोपुर में रहूंगा. यहां साथियों के साथ बैठकर तय करेंगे कि राघोपुर से कौन चुनाव लड़ेगा.’ यह पूछे जाने पर कि क्या प्रशांत किशोर के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का विकल्प खुला हुआ है, पीके ने कहा- बिल्कुल खुला है. बता दें कि राघोपुर से तेजस्वी यादव चुनाव लड़ते हैं और वहां के वर्तमान विधायक हैं.
तेजस्वी से बड़ा झूठा धरती पर कोई दूसरा नहीं: PK
तेजस्वी यादव के हर परिवार में एक सरकारी नौकरी के वादे पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. प्रशांत किशोर ने कहा, ‘हर घर में एक सरकारी नौकरी देंगे. इनसे बड़ा झूठ बोलने वाला धरती पर कोई दूसरा नहीं है. या तो वह मूर्ख हैं या पूरे बिहार को मूर्ख बना रहे हैं. हर घर में एक सरकारी नौकरी का मतलब 3.5 करोड़ लोगों को नौकरी. पीएम मोदी ने एक बार हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का झूठ बोला था, जो आज तक पूरा नहीं हो पाया. पूरे देश में पीएम दो करोड़ नौकरी नहीं दे पाए, लेकिन लालू के लाल, 15 साल जंगल राज के मुखौटा रहे ये लोग कह रहे हैं कि हम 3.5 करोड़ नौकरी दे देंगे. जबकि पूरे बिहार में 26.5 लाख ही सरकारी नौकरी है.’
पीके ने कहा, ‘सिर्फ 26.5 लाख लोग ही पूरे बिहार में सरकारी नौकरी करते हैं, वहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 3.5 करोड़ सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं. तो भाई जनता समझदार है, वो ना नीतीश कुमार के 5-10 हजार के सरकारी घूस से मानने वाली है, ना इनके झूठे वादे में पड़ने वाली है. जनता देखेगी कि इस बार कौन उनके बच्चों के लिए, बिहार में बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए काम कर सकता है और वोट उसी को पड़ेगा.’
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