बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि देश में कुछ शरारती और स्वार्थी तत्व आम जनहित के मुद्दों को छोड़कर देवी-देवता, खुदा और धर्म को लेकर बवाल पैदा करने की कोशिश करते रहते हैं.
मायावती ने स्पष्ट कहा कि इन धार्मिक मामलों की आड़ में ‘आई लव’ आदि की कोई राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे स्वार्थ से भरी राजनीति देश हित में ठीक नहीं है.
मायावती ने कहा कि देश में जनहित के मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय, कुछ शरारती और स्वार्थी तत्व धर्म, देवी-देवता और खुदा के नाम पर विवाद और हिंसा पैदा करने की कोशिश में लगे रहते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि इन मामलों में राजनीति नहीं करनी चाहिए और सभी को भारतीय संविधान और धार्मिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए.
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पहलगाम आतंकी घटना पर उठाए सवाल
मायावती ने कहा कि कांग्रेस वाले संविधान हाथ में रखकर नाटकबाजी करते हैं जबकि इमरजेंसी के दौरान ही संविधान पर हमला हुआ था.
मायावती ने पहलगाम में हुई आतंकी घटना का भी ज़िक्र किया, जिसमें काफी महिलाओं के सिंदूर उजड़ गए थे, जिसे उन्होंने अत्यंत दुखद और चिंता का विषय बताया.उन्होंने कहा कि “इस घटना को होने से रोका जा सकता था, बशर्ते उस समय सरकार द्वारा उस स्थल का उचित सुरक्षा प्रबंध किया जाता, जो नहीं किया गया था.” इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश की विदेश और अन्य नीतियाँ देश और जनहित में होनी चाहिए.
मायावती ने अमेरिका की तरफ से भारत पर लगाए गए टैरिफ को लेकर भी अपनी राय रखी. बसपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह देते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर भारत को सतर्क रहने की जरूरत है.
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