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ज्योति बनी ज्वाला! पवन सिंह के टिकट पर लगेगा ताला? चुनाव से पहले भोजपुरी सिंगर का फैमिली ड्रामा – bhojpuri singer Pawan Singh wife jyoti Singh dispute Bihar elections family drama ntc


भोजपुरी अभिनेता और गायक पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह का फैमिली ड्रामा पिछले तीन दिनों से ट्रेंडिंग है, आज पहले पवन सिंह और फिर उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने बैक टू बैक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए.  और सफाइयां भी दीं, लेकिन पवन सिंह ने एक बड़ा सवाल ये उठाया कि जो पत्नी उनसे पिछले कई वर्षों से अलग रह रही हैं, उन्हें बिहार चुनाव के वक्त उनकी याद क्यों आ गई

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल से पवन सिंह को टिकट मिला तो विवाद ये हो गया कि पवन सिंह के भोजपुरी गानों में बंगाली महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी की गई है. इसके बाद पवन सिंह ने खुद ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. और बिहार के काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ गए. जीत तो नहीं पाए, लेकिन एनडीए के प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा की हार तय कर गए. इतना ही नहीं, बीजेपी और उसके गठबंधन को आसपास की 7 सीटें और हरा गए. 

अब जब लग रहा था कि इस बार पवन सिंह को बीजेपी का टिकट मिल जाएगा और वो बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ते नजर आएंगे, लेकिन उससे पहले ही पवन सिंह का फैमिली ड्रामा सड़क पर आ गया है. इसे क्रमवार समझते हैं…

तारीख थी 5 अक्टूबर और जगह थी लखनऊ…पवन सिंह की पत्नी ने खुद अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वो पवन सिंह के फ्लैट में मौजूद थीं, सामने कुछ पुलिसकर्मी दिख रहे थे और ज्योति उनके साथ बहस कर रही थीं. वीडियो में पवन सिंह या उनके परिवार का कोई सदस्य नहीं दिख रहा है. इस वीडियो में ज्योति सिंह ने बहुत गंभीर आरोप लगाए थे. इन तमाम आरोपों पर सफाई देने के लिए बुधवार को पवन सिंह मीडिया के सामने आए तो बहुत सी नई बातें पता चलीं. 

दोनों के बीच चल रहा पुराना विवाद

असल में पवन सिंह और उनकी पत्नी के बीच पुराना विवाद चल रहा है. दोनों अलग-अलग रहते हैं. पवन सिंह की तरफ से तलाक का केस भी फाइल किया हुआ है. पवन सिंह की पत्नी का आरोप है कि वो अपने पति से मिलना चाहती थीं, लेकिन पवन सिंह उनका फोन नहीं उठा रहे थे. इसके बाद मजबूरन ज्योति सिंह को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके बताना पड़ा कि वो अपने पति पवन सिंह से मिलने के लिए लखनऊ आ रही हैं. ये अपने आप में बड़ा अजीब है कि एक पत्नी, पति से मिलने आ रही है और उसकी जानकारी वो इंस्टा पोस्ट से दे रही है. 

ज्योति सिंह का दावा

ज्योति सिंह का कहना है कि वो 5 अक्टूबर को सुबह 9 बजे लखनऊ में पवन सिंह की सोसायटी में पहुंची थीं. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि गार्ड ने उन्हें फ्लैट में दाखिल नहीं होने दिया, लेकिन बाद में उन्हें फ्लैट के अंदर ले जाया गया, जहां पवन सिंह ने ज्योति से कोई बात नहीं की. पवन सिंह के बड़े भाई ने ज्योति से कहा कि यहां रुको नहीं, जिसके बाद ज्योति की पवन सिंह के बड़े भाई से बहस भी हुई. ज्योति सिंह का दावा है कि उनके आने के 15-20 मिनट बाद पवन सिंह कहीं चले गए और कहा कि एक घंटे में आकर बात करता हूं. ज्योति सिंह का दावा है कि फ्लैट से पवन सिंह और उनके भाइयों के जाने के बाद वहां तीन से चार बार पुलिस आई. और पुलिस की तरफ से कहा गया कि उन्हें पवन सिंह ने ज्योति को फ्लैट से निकालने के लिए भेजा है. 

पवन सिंह का दावा

हालांकि पवन सिंह का दावा है कि ज्योति अपनी बहन और भाई के साथ आई थीं. और उन्होंने आते ही ये कह दिया था कि उस फ्लैट से नहीं हिलूंगी. पवन सिंह का दावा है कि इसी के बाद वो अपने फ्लैट से निकले और फिर वापस नहीं गए.

क्या टिकट पर पड़ेगा असर?

इस फैमिली ड्रामे को देखने के बाद ऐसा लगता है कि कहीं पवन सिंह का टिकट ना कट जाए. हालांकि उनकी पत्नी भी चुनाव लड़ने का दावा कर रही हैं और यहां तक कह रही हैं कि वो पवन सिंह के खिलाफ ही चुनाव लड़ेंगी, तो क्या सबकुछ चुनाव के लिए हो रहा है. 

पवन सिंह ने उठाए सवाल

सवाल ये है कि ज्योति सिंह और पवन सिंह का ये विवाद इसी वक्त बाहर क्यों आया, और ज्योति ने पवन सिंह के फ्लैट में आने के लिए यही वक्त क्यों चुना, क्योंकि ज्योति सिंह और पवन सिंह दोनों अलग-अलग रहते हैं. कहीं इसके पीछे ये वजह तो नहीं है कि पवन सिंह का टिकट फाइनल होने वाला है. और उससे पहले ही ये पारिवारिक ड्रामा हो गया. पवन सिंह यही आरोप लग रहे हैं. वो सीधे पूछ रहे हैं कि ज्योति सिंह को चुनावों के वक्त उनकी याद क्यों आई? `

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