जिंदगी के जीवट और मुस्कराहट बांटने की ये कहानी महाराष्ट्र के कराड शहर की है. यहां गली-मोहल्ले में रंग भरने वाले शरद काटवटे को शहरवाले प्यार से शरद काका कहते हैं. 80 साल की उम्र में वे अपनी कला से शहरवासियों के दिलों को छू रहे हैं.
0