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‘मैंने भी पानी…’ पानी की टंकी में लाश मिलने के बाद देवरिया के लोगों में खौफ, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट – deoria medical college water tank dead body BJP MP Shashank Mani people in fear lcly


उत्तर प्रदेश के देवरिया में महऋषि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पानी टंकी में लाश मिलने की जानकारी पर यहां एडमिट मरीजों व उनके तीमारदारों में भय का माहौल बन गया है. क्योंकि अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों में से कुछ ने इस पानी का इस्तेमाल पीने के लिए भी किया है. लिहाजा वे डरे व सहमे है कि कहीं उनमें कोई संक्रमण न फैल जाये.

जानें लोगों ने क्या कहा 

वार्ड में भर्ती लोगों से हमने बात करने की कोशिश की तो उनके द्वारा बोलने से मना कर दिया लेकिन जो लोग एक, दो दिन पूर्व या आज डिस्चार्ज हुए हैं उन्होंने खुल कर इसके बारे में बोला है. रुखसाना नाम की महिला ने बताया कि उनके बेटे का 29 सितंबर को हर्निया ऑपरेशन हुआ. 2 अक्टूबर को वह डिस्चार्ज हुआ. टांका कटवाने आये तो लाश की जानकारी मिली. 

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डर लग रहा है. उल्टी जैसा महसूस हो रहा है. वहीं श्रीनिकेत मिश्रा ने बताया कि उनकी वाइफ एडमिट थीं. अब डिस्चार्ज हो गई हैं. हमने पानी पीने का इस्तेमाल नहीं किया था लेकिन आशंका तो है कि इंफेक्शन फैल सकता है. किसी भी तरह की दिक्कत हो सकती है. सुरक्षा में चूक हुई है. टंकी जहां है वहां पर ताला लगा होना चाहिए था.

पुण्य प्रकाश पांडेय ने बताया कि संक्रमण फैलने की आशंका हो सकती है. क्योंकि लाश काफी दिनों से उसमें पड़ी हुई थी. पानी की टंकी में पानी इस्तेमाल करने पर क्या-क्या बीमारियां होंगी यह तो फिलहाल समय बताएगा.

सांसद ने क्या कहा

देवरिया से भाजपा सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने भी मेडिकल कॉलेज घटनास्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि बहुत दर्दनाक घटना है. मामले में एक कार्रवाई हुई है. प्रिंसिपल साहब को लखनऊ अटैच कर दिया गया है, ताकि निष्पक्ष रूप से यहां जांच व कार्रवाई हो सके. इसमें एक विषय है कि लाश किसकी थी? यह पता नहीं चल सका है. 

पुलिस तहकीकात कर रही है. मैं बहुत दुखी हूं. आने वाले समय में पूरी तरह सतर्कता बरतनी पड़ेगी. सभी को यहां अच्छी सुविधा मिले यही हमारा प्रयास है. पानी के इस्तेमाल पर सांसद ने कहा कि हम लोगों को भी पड़ा अजीब लग रहा है. हम लोगों ने निरीक्षण किया है कि कहीं किसी को बीमारी तो नहीं हुई है. अभी तक तो यह पाया गया इसमें ऐसा कुछ नहीं है. अब पानी की व्यवस्था के लिए वैकल्पिक टैंकर लगाया गया है.

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बता दें कि महर्षि देवरहा बाबा की ओपीडी व वार्ड की बिल्डिंग के पांचवे तल पर बनी सीमेंटेड पानी की टंकी से लाश बरामद हुई थी. कुछ लोगों ने पानी से बदबू आने की थी. जिसके बाद सफाई कर्मी टंकी को साफ़ करने के लिए, जब टंकी पर चढ़े और स्लैब हटाया तो देखा उसमें एक सड़ी गली लाश पड़ी हुई है. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई और फोरेंसिक टीम व फायर ब्रिगेड की टीम कई घंटे की मशक्कत के बाद रात में लाश को निकाला.

लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. अभी तक लाश की शिनाख्त नहीं हो सकी है. मंगलवार की सुबह डीएम दिव्या मित्तल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से जवाब मांगा गया है. डीएम ने सीडीओ के अध्यक्षता में पांच सदस्य वाली टीम भी गठित कर दी है.

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश अमित कुमार घोष द्वारा प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार बरनवाल को हटा दिया गया. उन्हें लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है. डॉक्टर रजनी जो एटा की एटोनॉमी विभाग की अध्यक्ष हैं, उन्हें प्राचार्य कार्यवाहक के रूप में नियुक्त कर दिया गया है. 
 

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