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भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस हिंडन एयरबेस पर 8 अक्टूबर को – Indian Air Force 93rd Raising Day


भारतीय वायुसेना (आईएएफ) अपना 93वां स्थापना दिवस इस साल भव्य तरीके से मना रही है. 8 अक्टूबर को गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मुख्य परेड होगी. तीन साल बाद हिंडन में हो रहे इस आयोजन में परंपरा, तकनीकी क्षमता और भविष्य की सोच का शानदार मेल दिखेगा.

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह परेड को सलामी लेंगे. इस समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), थलसेना प्रमुख (सीओएएस), नौसेना प्रमुख (सीएनएस) और पूर्व वायुसेना प्रमुख भी शामिल होंगे. यह आयोजन न सिर्फ सैन्य परेड है, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और प्रेरणा का मौका है.

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Indian Air Force

परेड का शानदार आगाज

8 अक्टूबर को हिंदन एयरबेस पर परेड सुबह शुरू होगी. यह आयोजन दो भागों में बंटा है – पहला 8 अक्टूबर को हिंदन में परेड. दूसरा 9 नवंबर को गुवाहाटी में फ्लाई पास्ट. परेड में वायुसेना की ताकत, अनुशासन और आत्मनिर्भरता दिखेगी. वायुसेना प्रमुख ए.पी. सिंह परेड का नेतृत्व करेंगे.

परेड का आगाज ‘ध्वज फ्लाई पास्ट’ से होगा. एमआई-171(वी) हेलीकॉप्टर भारतीय तिरंगा, वायुसेना का ध्वज और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का झंडा लहराते हुए उड़ेगा. यह ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को याद दिलाएगा, जो हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ चली कार्रवाई थी. परेड में आधुनिक विमान, उपकरण और सैनिकों की मार्चिंग दिखेगी, जो वायुसेना की तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे.

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एयर वॉरियर ड्रिल टीम का जादू

परेड का मुख्य आकर्षण वायुसेना की ‘एयर वॉरियर ड्रिल टीम’ होगी. 18 वायु योद्धा राइफल ड्रिल टीम सटीकता से राइफलें घुमाते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे. यह टीम वायुसेना के अनुशासन और कौशल को दिखाएगी.

‘हैरिटेज फ्लाइट’ में पुराने विमान आकाश में करतब दिखाएंगे. ये विमान वायुसेना के गौरवशाली इतिहास को याद दिलाएंगे – जैसे 1947 के पहले युद्ध से लेकर आज तक की कहानी. दर्शक पुराने और नए विमानों का मेल देखकर गर्व महसूस करेंगे.

आत्मनिर्भरता की झलक: 18 नई इनोवेशन

‘इनोवेशन सेल’ में वायुसेना की 18 नई खोजें दिखाई जाएंगी. ये इनोवेशन स्वदेशी तकनीक, समस्या समाधान और आधुनिक युद्ध की सोच को दर्शाएंगे. जैसे ड्रोन, रडार और हथियारों में नई सुविधाएं. यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ का प्रतीक है, जो दिखाएगा कि वायुसेना खुद पर भरोसा कर रही है.

‘वॉक थ्रू’ सेक्शन में पिछले साल की उपलब्धियां दिखेंगी. यहां दर्शक देख सकेंगे कि वायुसेना ने मानवीय सहायता, अभ्यास और ऑपरेशन में कैसे ताकत दिखाई. जैसे असम, सिक्किम की बाढ़ में मदद या विदेशी अभ्यास. यह सेक्शन आम लोगों को वायुसेना की भूमिका समझाएगा.

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