उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में वफादारी और बहादुरी की एक मिसाल सामने आई है. एक जर्मन शेफर्ड कुत्ते ‘बादल’ ने अपने मालिक के परिवार को बचाने के लिए कोबरा सांप से जान की बाजी लगा दी. सांप से लड़ते हुए बादल को तीन बार डसा गया, लेकिन उसने सांप को नहीं छोड़ा. इस लड़ाई में सांप और वफादार कुत्ता दोनों मारे गए.
बहादुरी से कोबरा से भिड़ा वफादार बादल
मिर्ज़ापुर के बबुरा गांव में राणा सिंह के घर 6 अक्टूबर को एक कोबरा सांप घुस गया. सांप को देखते ही घर के पालतू जर्मन शेफर्ड कुत्ता बादल और दूसरे कुत्ते ग्रेज की निगाह उस पर पड़ी. दोनों कुत्तों ने परिवार को बचाने के लिए तुरंत कोबरा सांप से भिड़ना शुरू कर दिया. वे सांप से लड़ते हुए उसे घर से दूर खेत में ले गए और इस तरह उन्होंने मालिक के परिवार को सुरक्षित कर दिया.
तीन बार डसने के बावजूद नहीं छोड़ा सांप
सांप से लड़ाई के दौरान बादल को कोबरा ने तीन बार डसा. गंभीर रूप से जख्मी होने के बावजूद बादल ने सांप को नहीं छोड़ा और अंततः लड़ाई में सांप की मौत हो गई. हालांकि, सांप को मार गिराने के कुछ ही देर बाद, गंभीर रूप से घायल बादल ने भी दम तोड़ दिया. घर के मालिक राणा सिंह ने ‘बादल’ की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा कि उसने हमारे पूरे परिवार की रक्षा की है.
सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
अपने प्रिय पालतू कुत्ते बादल की मौत से पूरे परिवार में शोक छा गया. राणा सिंह के परिवार ने उसकी वफादारी को देखते हुए कफन के साथ पूरे सम्मानपूर्वक बादल का दाह संस्कार किया. ‘बादल’ की इस बहादुरी और परिवार के प्रति वफादारी की चर्चा अब पूरे इलाके में हो रही है. लोग उसके ‘बलिदान’ की कहानी सुनकर भावुक हो रहे हैं.
—- समाप्त —-