पश्चिम बंगाल के दोनों राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी- सत्ताधारी दल- तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी पार्टी- भाजपा एक-दूसरे पर जुबानी हमले का कोई भी अवसर नहीं गंवाते। हालांकि, ताजा मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है। पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं पर हमले की आलोचना के मामले में पीएम मोदी पर बिफरीं सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ‘प्राकृतिक आपदा का राजनीतिकरण दुर्भाग्यपूर्ण है।’ यह भी रोचक है कि सीएम ममता ने पीएम मोदी जिस एक्स पोस्ट के माध्यम से निशाना साधा है, उसमें उन्होंने एक बार भी प्रधानमंत्री मोदी का नाम नहीं लिखा।
प्रधानमंत्री की आलोचना के दो घंटे बाद दिया जवाब
पीएम मोदी के एक्स पोस्ट आने के लगभग दो घंटे बाद 386 शब्दों के विस्तृत एक्स पोस्ट में ममता बनर्जी ने अपने आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और मौसम की मार झेल रहे इलाकों में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य की योजना पर काम कर रही है, तो दूसरी तरफ भारत के प्रधानमंत्री ने बिना किसी सत्यापित सबूत, कानूनी जांच या प्रशासनिक रिपोर्ट के टीएमसी, पश्चिम बंगाल सरकार को दोषी ठहरा दिया। यह केवल राजनीतिक नीचता ही नहीं बल्कि सांविधानिक मूल्यों का उल्लंघन भी है।

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पीएम मोदी ने टीएमसी को आड़े हाथों लिया
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान से पहले पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष पर हुए हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि इससे बंगाल की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।

टीएमसी असंवेदनशील, भाजपा कार्यकर्ता राहत कार्यों में सहयोग दें
प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस को असंवेदनशील बताते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा, काश पश्चिम बंगाल सरकार और टीएमसी हिंसा फैलाने के बजाय लोगों की मदद में जुटी होती। मैं भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे जनता के बीच काम जारी रखें और राहत कार्यों में सहयोग दें।