उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में शनिवार रात एक ऐसी वारदात हुई जिसने इंसानियत को झकझोर दिया. एक शराबी पिता ने नशे की हालत में अपने ही एक साल के बेटे की चाकू मारकर हत्या कर दी. वारदात के वक्त उसका पिता और पत्नी घर से बाहर गए हुए थे. उनके वापस आने के बाद इस घटना का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, ये घटना जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के सुरेमनपुर गांव की है. आरोपी रूपेश तिवारी अक्सर शराब पीकर घर आता था. इसके बाद अपनी पत्नी रीना तिवारी से मारपीट करता था. शनिवार शाम भी वह नशे में धुत घर लौटा और झगड़ा शुरू कर दिया. दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई कि उसने पत्नी और पिता दोनों को गालियां दीं और जान से मारने की धमकी भी दी.
इसके बाद डर के मारे उसकी पत्नी अपने ससुर कमलेश तिवारी के साथ घर छोड़कर पास के एक गांव में चली गई. दोनों ने सोचा कि जब तक रूपेश का नशा उतरता है, तब तक वे वहीं रहेंगे. उन्होंने अपने एक साल के बेटे किनू और तीन साल की बेटी अनन्या को घर पर ही छोड़ दिया. उनके घर से जाते ही रूपेश हैवान बन गया. अपने छोटे बेटे किनू पर धारदार हथियार से वार कर दिया.
इस हमले में उसके बच्चे का जबड़ा बुरी तरह फट गया और खून से लथपथ मासूम तड़पता रहा. अगली सुबह जब रीना अपने ससुर के साथ घर लौटी, तो बच्चे को खून से लथपथ पाया. परिवार ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया.
क्षेत्राधिकारी (सीओ) मोहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पत्नी की तहरीर पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. उस पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 352 (शांति भंग के इरादे से अपमान) और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया गया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
सीओ ने बताया कि रूपेश तिवारी का स्वभाव हिंसक था. वो आए दिन नशे में घर पर उत्पात मचाता था. उसके खिलाफ घरेलू हिंसा की मौखिक शिकायतें पहले भी आई थीं, लेकिन कोई लिखित रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी. स्थानीय लोग बताते हैं कि रूपेश का व्यवहार लंबे समय से आक्रामक था. परिवार उसके डर में जी रहा था. अब पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश करने वाली है.
—- समाप्त —-