ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ठग रैकेट का पर्दाफाश किया है. आरोपी खुद को ‘सोशल जस्टिस फॉर वुमेन एम्पावरमेंट’ नामक एक फर्जी संगठन का चेयरमैन बताकर कई लोगों को ठगता था. पुलिस ने इस मामले में हरियाणा निवासी रिंकू को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका सहयोगी मनिंदर भी पुलिस की गिरफ्त में है.
पुलिस के मुताबिक, रिंकू पिछले कुछ समय से भुवनेश्वर के मैत्री विहार इलाके में फर्जी पहचान के साथ रह रहा था. वह खुद को केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़ा वरिष्ठ अधिकारी बताकर शहर में घूमता था. रिंकू पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) और पर्सनल असिस्टेंट (PA) के साथ काफिले में भौकाल जमाने की कोशिश करता था. ताकि लोगों को लगे कि वह किसी बड़े सरकारी पद पर है.
जानकारी के मुताबिक, रिंकू लोगों को सरकारी और निजी क्षेत्रों में नौकरी दिलाने का झांसा देता था और इसके बदले भारी रकम वसूलता था. वह अपने फर्जी महिला सशक्तिकरण संगठन का नाम लेकर प्रभावशाली लोगों से संपर्क बनाता और खुद को महिला अधिकारों के लिए काम करने वाला सामाजिक कार्यकर्ता बताता था.
जब रिंकू की गतिविधियों पर शक हुआ, तो कमिश्नरेट पुलिस ने गृह मंत्रालय (MHA) से संपर्क किया. मंत्रालय ने पुष्टि की कि ऐसा कोई व्यक्ति या संगठन अस्तित्व में नहीं है. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रिंकू और उसके सहयोगी मनिंदर को गिरफ्तार कर लिया.
हरियाणा पुलिस से साझा की गई जानकारी
भुवनेश्वर पुलिस आयुक्त ने बताया कि मामले की जानकारी हरियाणा पुलिस से भी साझा की गई है ताकि इस ठग गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके.पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति इस ठगी का शिकार हुआ है या इनसे जुड़ी कोई जानकारी रखता है, तो तुरंत सामने आए.
दिल्ली, हरियाणा और ओडिशा में फैला नेटवर्क
पुलिस अब आरोपियों के वित्तीय लेनदेन और अंतरराज्यीय नेटवर्क की जांच कर रही है. शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि रिंकू ने दिल्ली, हरियाणा और ओडिशा में कई लोगों से ठगी की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से संगठित तरीके से ठगी कर रहा था, और जल्द ही इसके बाकी सदस्यों पर भी शिकंजा कसा जाएगा.
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