पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक बदहाली (Pakistan Crisis) का शिकार है. आईएमएफ समेत मित्र देशों से बड़ी मदद मिलने के बाद भी पड़ोसी देश और पाकिस्तानियों की स्थिति में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है. जहां एक ओर पीएम शहवाज शरीफ से लेकर जनरल असीम मुनीर इस बात से खुश हो रहे हैं कि अब वे दुनिया की नजरों में छा रहे हैं, तो वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डूबती जा रही है. हालात ये है कि लगातार बड़ी कंपनियों वहां से निकलकर दूसरे ठिकाने तलाश रही हैं. इसे लेकर एक्सपर्ट ने एक चौकाने वाला एनालिसिस शेयर किया है.
ग्लोबल नेताओं की मेजबानी, PAK का बुरा हाल
पाकिस्तान से बीते कुछ समय में शेल पीएलसी, फाइजर इंक, टोटलएनर्जीज एसई और टेलीनॉर एएसए समेत कई कंपनियां निकल चुकी हैं और अब इस लिस्ट में अब पीएंडजी या प्रॉक्टर एंड ग्लोबल जुड़ने जा रही है. इस मल्टीनेशनल कंपनी ने पाकिस्तान से अपना बोरिया बिस्तर समेट बाहर निकलने का फैसला किया है, जो बदहाल पाकिस्तान के लिए एक करारी आर्थिक चोट से कम नहीं होगी. विदेशी मामलों के विशेषज्ञ सुशांत सरीन ने पाकिस्तान का एक गंभीर आकलन प्रस्तुत करते हुए कहा है कि पड़ोसी देश भले ही वैश्विक नेताओं की मेजबानी करने में लगा हो, लेकिन हकीकत में वह वैश्विक व्यापार खोला जा रहा है.
देश में सिर्फ चौकीदार की नौकरी बचेगी
सुशांत सरीन ने P&G के पाकिस्तान छोड़ने के ऐलान पर प्रतिक्रिया देते हुए एक X पोस्ट में कहा कि, ‘जहां पाकिस्तानी इस बात को लेकर खुश हो रहे हैं कि ग्लोबल नेताओं की मेजबानी करके अब वे दुनिया की नजरों में छा जाएंगे, वहीं उनकी अर्थव्यवस्था डूब रही है. उन्हें बस चौकीदारी और सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी के लिए ही पैसे मिलेंगे.’ गौरतलब है कि 1991 में पाकिस्तान में एंट्री करने वाली पीएंडजी ने पैम्पर्स, एरियल, पैंटीन और सेफगार्ड जैसे ब्रांडों के साथ एक बड़ा कारोबार वहां खड़ा किया. देश में कारोबार विस्तार करते हुए कंपनी ने 1994 और 2010 में स्थानीय विनिर्माण इकाइयों का अधिग्रहण करते हुए ना मुकाम हासिल किया.
While Pakistanis are gloating about how they are now going to be the toast of the world, their economy is going toast with big multinational companies shutting down operations. This when their Finance Minister is going to Washington to invite investments. All they will get is… pic.twitter.com/8yVEujG4qP
— sushant sareen (@sushantsareen) October 2, 2025
लोग बोले- सरकार को अब होगा एहसास
पीएंडजी जैसी दिग्गज कंपनी का पाकिस्तान छोड़कर निकलना देश की इकोनॉमी के लिए बेहद खराब है और अब लोग भी इसे लेकर आवाज उठाते नजर आ रहे हैं और स्थानीय उद्योग जगत चिंता जाहिर कर रहा है. जिलेट पाकिस्तान के पूर्व सीईओ साद अमानुल्लाह खान ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि बड़ी कंपनियों द्वारा इस तरह के कदम उठाने से हुक्मरानों को एहसास होगा कि सब कुछ ठीक नहीं है.’ उन्होंने देश में बिजली की ऊंची लागत, रेग्युलेटरी दबाव और कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर को सबसे बड़ा अवरोधक करार दिया है.
7000 लोगों की नौकरी जाएगी!
रिपोर्ट के मुताबिक, P&G ने घोषणा की है कि वह पाकिस्तान में कंपनी अपनी स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग और कॉमर्शियल गतिविधियों के साथ ही जिलेट पाकिस्तान लिमिटेड और अन्य सभी परिचालन बंद कर देगी. हालांकि, कंपनी ने ये भी कहा है कि कि वह आगे चलकर क्षेत्रीय चैनलों के माध्यम से पाकिस्तानी बाजार में अपनी सेवाएं देगी. यह फैसला अमेरिका स्थित उपभोक्ता वस्तुओं की दिग्गज कंपनी द्वारा वैश्विक पुनर्गठन के प्रयासों के बीच आया है, जिसमें अपने ब्रांड पोर्टफोलियो को कम करना और 7,000 नौकरियों में कटौती करना शामिल है.
पाकिस्तान के मामले में देखें, तो लगातार आर्थिक अस्थिरता से लेकर कमजोर उपभोक्ता मांग और बढ़ती परिचालन लागत से खड़ी होती समस्या को भी दर्शाता है. पीएंडजी के इस कदम से पाकिस्तान को बड़ा नुकसान होने वाला है और कंपनी ने जून महीने में ही इसके संकेत दे दिए थे, जब उसने घोषणा की थी कि वह अपने ब्रांडों की संख्या कम करेगी.
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