रेबीज एक खतरनाक वायरस है, लेकिन ज्यादातर लोग सोचते हैं कि यह सिर्फ कुत्तों के काटने से फैलता है. लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. दरअसल, हाल ही में पुलिस इंस्पेक्टर वनराज मंजरिया की मौत से पता चला कि सिर्फ कुत्ते की खरोंच भी जानलेवा हो सकती है. इंस्पेक्टर मंजरिया एक फैमिली फ्रेंड के पालतू कुत्ते की खरोंच के बाद रेबीज से संक्रमित हो गए थे, जिसकी वजह से उनकी जान भी चली गई. हैरानी की बात ये है कि कुत्ते ने उन्हें काटा नहीं था उनके पैरों पर सिर्फ दो छोटी-छोटी खरोंचें लगी थीं. इसके बाद भी उनकी मौत हो गई. उनकी मौत एक अहम सवाल उठाती है कि आखिर क्या कुत्ते या बिल्लियों की खरोंच से भी रेबीज फैल सकता है? हां फैल सकता है. ऐसा हमारा नहीं बल्कि एक्सपर्ट्स का कहना है. डॉक्टर कहते हैं कि, ऐसा होना संभव है हालांकि यह बहुत ही कम होता है.
खरोंच से कैसे फैल सकता है रेबीज?
मुंबई के एनिमल डॉक्टर, डॉ. बृजेश राज कहते हैं, ‘अगर कोई कुत्ता या बिल्ली अपना पंजा चाटकर किसी व्यक्ति को खरोंच दे, तो वायरस फैल सकता है. संभावना कम है, लेकिन यह हो सकता है.’ रेबीज वायरस आमतौर पर जानवरों की लार में होता है. अगर पंजे पर वायरस मौजूद हो, तो खरोंच से ये इंसान में जा सकता है. कुछ गंभीर मामलों में ये आंख, नाक या मुंह जैसी जगहों के कॉन्टैक्ट में आने से भी फैल सकता है.
क्यों पालतू कुत्ते भी हो सकते हैं खतरनाक?
अक्सर लोग सोचते हैं कि सिर्फ गली के कुत्ते ही खतरनाक होते हैं. लेकिन एनिमल डॉक्टर, डॉ. पारुल परपानी बताती हैं कि अगर पालतू कुत्तों का वैक्सीनेशन समय पर ना हुआ हो, तो वे भी रेबीज फैला सकते हैं. साथ ही, जो पालतू कुत्ते बिना वैक्सीन लगे गली के कुत्तों के संपर्क में आते हैं, वे भी वायरस कैरियर बन सकते हैं.
कैसे जानें खरोंच गंभीर है या नहीं?
छोटी खरोंच से भी खतरा हो सकता है, भले ही स्किन फटी न हो. डॉ. अनुज तिवारी कहते हैं कि इसे जांचने का आसान तरीका यह है कि खरोंच पर थोड़ा स्पिरिट या अल्कोहल लगाएं. अगर जलन होती है, तो इसका मतलब है कि स्किन डैमेज्ड है और आपको रेबीज की वैक्सीन और इम्यूनोग्लोबुलिन दोनों लगवाने होंगे. अगर जलन नहीं होती, तो सिर्फ वैक्सीन लगवाना काफी हो सकता है.
भले ही खरोंच मामूली लगे, लेकिन डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा जरूरी होता है, क्योंकि रेबीज के लक्षण दिखने पर ये अक्सर जानलेवा होता है.
पालतू कुत्ते का वैक्सीनेशन हो चुका हो तो क्या करें?
अगर आपके पालतू कुत्ते का वैक्सीनेशन हो चुका है, तब भी डॉक्टर सुरक्षा के तौर पर रेबीज की वैक्सीन और इम्युनोग्लोबुलिन लगाने की सलाह दे सकते हैं. हालांकि, अगर आपने हाल ही में पूरा रेबीज वैक्सीनेशन करवाया है और आपका पालतू कुत्ता भी पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है, तो आमतौर पर सिर्फ घाव की सफाई और 1-2 बूस्टर शॉट्स ही काफी होते हैं. ये तरीका अनावश्यक इलाज से बचाते हुए आपको सुरक्षित रखता है.
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