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भारत में जले रावण… फिर दूसरे देशों में किसके पुतले जलाए जाते हैं? – list of countries that burn figures like ravan Dussehra 2025


दशहरे के दिन लगभग पूरे भारत में रावण के पुतले जलाए जाते हैं. इसी दिन प्रभु श्री राम ने राक्षस रावण को मारकर माता सीता को बचाया था. इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. लेकिन भारत नकारात्मक शक्तियों के पुतलों का दहन करने वाला इकलौता देश नही है. चलिए जानते हैं कि कौन से अन्य देशों में पुतलों को जलाया जाता है-

  1. गाई फॉक्स नाइट (यूनाइटेड किंग्डम): हर साल 5 नवंबर को यूके में गाई फॉक्स नामक शख्स के पुतले जलाए जाते हैं. इस दिन साल 1605 में गाई फॉक्स ने अपने रोमन कैथोलिक साथियों के साथ मिलकर वहां की संसद को बारूद से उड़ाकर राजा जेम्स 1 को मारने की साजिश रची थी. इसे गनपाउडर प्लॉट कहा गया. हालांकि, सभी पकड़े गए और साजिश नाकाम हो गई, जिसकी याद में आज लोग उत्सव मनाते हैं. इस दौरान लोग आतिशबाजी और वहां के लोकल खाने का लुत्फ उठाते हैं.
  2. लास फालास (वलेन्सिया, स्पेन): 1 से 19 मार्च तक मनाया जाने वाला यह त्योहार स्पेन में बसंत मौसम के आगमन का प्रतीक है. इस दौरान पेपर मैशे के बने पुतलों (फालास या निनॉट्स) को सारे शहर में घुमाया जाता है और रोज आतिशबाजी होती है. मुख्य त्योहार 15 मार्च से शुरू होता है. उत्सव के आखरी दिन (19 मार्च को) ला क्रेमा नाम की बॉनफायर में सभी पुतले जलाए जाते हैं. इस परंपरा की शुरुआत 15वीं सदी के दौरान हुई थी. लास फालास यूनेस्को से मान्यता-प्राप्त त्योहार है.
  3. बर्निंग ऑफ  विच ऑफ विंटर (स्लाविक देश): पोलैंड, चेक रिपब्लिक और अन्य स्लाविक देशों में हर साल 30 अप्रैल को सर्दियों और मृत्यु की देवी मार्जाना का पुतला जलाया जाता है. यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन को दर्शाता है.
  4. बर्निंग ऑफ द डेविल (ग्वाटेमाला): 7 दिसंबर को ग्वाटेमाला के लोग क्रिसमस सीजन की शुरुआत में यह त्योहार मनाते हैं, जिसमें अपने घरों से नकारात्मक ऊर्जा को भगाने के लिए वे डेविल (शैतान) के पुतलों को जलाते हैं. इस दौरान परेड और आतिशबाजी का आयोजन होता है और अगले दिन एक भोज तैयार किया जाता है.
  5. बर्निंग ऑफ जोजोब्रा (न्यू मेक्सिको): सांता फे, न्यू मेक्सिको में लेबर डे वीकेंड के शुक्रवार को जोजोब्रा राक्षस का 50 फुट का पुतला जलाया जाता है. इसे बीते साल की चिंताओं और परेशानियों को दूर करने के लिए मनाया जाता है. लोग एक कागज पर अपनी परेशानियां लिखकर उस पुतले के अंदर भरकर उसे जला देते हैं. इससे पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं. इस परंपरा को आर्टिस्ट विलियम शस्टर ने साल 1924 में एक प्राइवेट पार्टी के दौरान शुरू किया था.
  6. बर्निंग ऑफ ओल्ड ईयर (इक्वाडोर): न्यू ईयर ईव की आधी रात को इक्वाडोर के लोग बीते साल की याद में आनो विएजो नाम के पुतलों का दहन करते हैं. वे इसे पिछली चिंताओं को छोड़कर अगले साल की शुरुआत की नई शुरुआत का तरीका मानते हैं. अक्सर इन पुतलों पर किसी बुरी घटना से जुड़े नेता, सेलेब्रिटी या काल्पनिक चरित्र का चेहरा बनाया जाता है.
  7. बर्निंग मैन (यूएसए): हर साल यूएसए के नेवादा रेगिस्तान में लेबर डे ईव को एक त्योहार मनाया जाता है. एक हफ्ते तक चलने वाले इस आयोजन में ‘द मैन’ नाम के लकड़ी के पुतले को जलाया जाता है. इसकी शुरुआत साल 1986 में हुई, लेकिन इसका आधिकारिक नाम ‘द बर्निंग मैन’ 1988 में तय हुआ. पुतले का दहन जीवन के टेम्पररी नेचर को दर्शाता है.
  8. बर्निंग ऑफ जुडास (लैटिन अमेरिका और यूरोप): यूरोप में गुड फ्राइडे और ईस्टर के दौरान बाइबल के पात्र जुडास इस्करियोती (Judas Iscariot) के पुतलों का दहन किया जाता है. ईसाई मान्यताओं के अनुसार जुडास ने जीजस (ईसा मसीह) को धोखा दिया था. वहीं लैटिन अमेरिका में यह पुतले न्यू ईयर ईव पर बीते साल की नकारात्मकता को दूर करने के लिए जलाए जाते हैं. यह त्योहार स्पेन, ग्रीस और अर्जेंटीना में भी मनाया जाता है.

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