यूपी के बरेली में हुई हिंसा को लेकर नई जानकारी सामने आई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 19 सितंबर से ही बरेली में बावल की साजिश होने लगी थी. उस दिन जुमे की नमाज के बाद मौलाना तौकीर रजा ने 26 सितंबर को हिंसक प्रदर्शन की प्लानिंग शुरू कर दी थी. इस प्लानिंग के तहत ही ताजिन जैसे गौतस्कर और इकबाल-इदरीश जैसे पेशेवर अपराधियों को नमाज में कई किलोमीटर दूर से बुलाया गया था.
वीडियो और ड्रोन फुटेज में बरेली पुलिस को लगभग 30 लोग ऐसे मिले जो हथियारों से लैस थे. वीडियो में लगभग 20 लोगों के पास अवैध तमंचे और हथियार देखे गए. साजिश के तहत ही 26 सितंबर को अचानक जुमे की नमाज का वक्त बदल गया था. जो नमाज 12 बजे से 2.45 बजे तक होती, उनको एक साथ किया गया.
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नमाज का वक्त 1 बजे कर, भीड़ सड़कों पर उतारकर बड़े उपद्रव की तैयारी की गई थी. अब पुलिस पकड़े गए आरोपियों के पास से मिले मोबाइल चैट से पूरी साजिश के तार जोड़ रही है. अब तक 80 से अधिक लोग गिरफ्त में आ चुके हैं.
इस बीच मंगलवार रात पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई. सीबी गंज इलाके में हुई इस मुठभेड़ में बलवे के आरोपी इदरीस और इकबाल को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक, खुद को घिरा देखकर दोनों ने फायरिंग कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उनके पैरों में गोली लगी.
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इसके अलावा पुलिस ने तौकीर रजा के अलावा उसके करीबी नफीस खान को भी गिरफ्तार किया है. नफीस के बेटे को भी हिरासत में लिया गया है. आरोप है कि नफीस खान ने तौकीर के पत्र को फर्जी बताकर 50 से ज्यादा वॉट्सऐप ग्रुप्स में शेयर किया और हिंसा भड़काने में अहम भूमिका निभाई.
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