नौ दिन की नवरात्री के बाद आज देशभर में दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा। इसके लिए पूरे देश में तैयारी तेज है। इस दिन अलग-अलग जगहों अलग-अलग प्रकार से लोग रावण का पुतला बनाते है जो कि आकर्षण का केंद्र बनता है। राजस्थान के कोचा में भी इस बार दशहरे की तैयारी खुब धुमधाम से की जा रही है। इसके लिए शहर में 221.5 फीट ऊंचा रावण का पुतला जलाया जाएगा। ये पुतला अब तक का सबसे लंबा रावण पुतला होगा। यह रिकॉर्ड दिल्ली के 210 फीट ऊंचे रावण पुतले से भी बड़ा है। अधिकारीयों ने बताया कि यह पुतला एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होगा।
इस बार कोटा में बनाए गए रावण के पुतले में कुछ अलग प्रकार की कलाकारी की गई है। इसी कारण पुतला बारिश के बावजूद भी पूरी तरह सुरक्षित और स्थिर रहा। बता दें कि अम्बाला के कारीगर तेजेन्द्र चौहान और उनकी 25 सदस्यीय टीम ने चार महीने मेहनत कर यह पुतला तैयार किया है। साथ में रावण के दोनों ओर 60 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले भी लगाए गए हैं।
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13.5 टन वजन का है पुतला
तेजेन्द्र चौहान ने बताया कि रावण का पुतला लगभग 13.5 टन वजन का है, जिसमें 10.5 टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है। पुतले की चमकीली पोशाक के लिए 4,000 मीटर मखमली कपड़ा उपयोग किया गया है। रावण का 25 फीट ऊंचा चेहरा फाइबर ग्लास का बना है, जो 300 किलोग्राम वजनी है। पुतले का ढांचा बांस और लगभग 200 किलोग्राम रस्सी से बनाया गया है। इसे स्थापित करने के लिए इंदौर से 220 टन क्षमता वाला खास क्रेन मंगाया गया।
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रावण दहन पर क्या-क्या होगा?
गौरतलब है कि यह पुतला वाटर-प्रूफ है और इसके अंदर लगाई गई आतिशबाजी बारिश में भी फूटेगी। इसके साथ ही रंग-बिरंगी लाइटिंग लगी है, जिसे रिमोट से नियंत्रित किया जाएगा। कोटा म्युनिसिपल कमिश्नर अशोक त्यागी ने बताया कि यह अब तक का सबसे ऊँचा रावण पुतला है जो जलते समय हिलेगा भी, जिससे असली जैसा दिखावेगा।