अमेरिका में एक बार फिर संघीय सरकार का शटडाउन हो गया है, जिसके चलते अमेरिका भर में एक बड़ा सियासी तूफान खड़ा हो गया है। रिपब्लिकन नेताओं ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया है कि वे गैरकानूनी प्रवासियों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं देने की शर्त पर बजट पास होने से रोक रहे हैं। वहीं, डेमोक्रेट्स का कहना है कि रिपब्लिकन जरूरी खर्चों को राजनीतिक बहस का मुद्दा बना रहे हैं। ऐसे में अब इस मामले में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बयान सामने आया है। दोनों नेताओं ने जमकर डेमोक्रेट्स नेताओं पर निशाना साधा और इस शटडाउन के लिए उनकी नीति को जिम्मेदार बताया।
क्या कहा कैरोलिन लेविट ने?
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि कैरोलिन लेविट ने कहा कि रिपब्लिकन सांसदों ने एक साफ-सुथरा और सीधा बिल पास किया था जिससे सरकार को 21 नवंबर तक फंडिंग मिलती रहती। यह वही बिल है जो डेमोक्रेट्स ने छह महीने पहले भी मंजूर किया था, बस महंगाई को देखते हुए इसमें थोड़ा बदलाव किया गया था। फिर भी डेमोक्रेट सीनेटरों ने इसे नकार दिया।
उन्होंने आगे कहा कि जब डेमोक्रेट्स सत्ता में थे, तब उन्होंने ऐसे बिल 13 बार पास किए थे। लेकिन इस बार उन्होंने बिल को इसलिए नहीं पास होने दिया क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी गैरकानूनी तरीके से अमेरिका आए लोगों (इलीगल इमिग्रेंट्स) को मुफ्त हेल्थ केयर देने के खिलाफ है। लेविट ने कहा कि हम नहीं चाहते कि अमेरिकी टैक्सपेयर्स का पैसा ऐसे लोगों पर खर्च हो जो कानून तोड़कर यहां आए हैं। अमेरिका पहले ही 37 ट्रिलियन डॉलर के कर्ज में है।
ये भी पढ़ें:- US Shutdown: अमेरिका में सात साल बाद क्योंं बंद हुआ सरकार का कामकाज, क्या होता है शटडाउन; इसका असर क्या होगा?
अब जानिए जेडी वेंस ने क्या कहा?
इस मामले में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स कहते हैं कि वे दवाओं की कीमतें कम करना चाहते हैं। जब राष्ट्रपति ने दवा कंपनियों से बातचीत कर दवाएं सस्ती करने की कोशिश की, तो डेमोक्रेट्स ने कोई मदद नहीं की। अब वे सरकार को इसलिए शटडाउन कर रहे हैं क्योंकि हम गैरकानूनी प्रवासियों को अरबों डॉलर की मुफ्त हेल्थ केयर नहीं देना चाहते।
वेंस ने आगे कहा कि कुछ डेमोक्रेट सांसद और ज्यादातर रिपब्लिकन इस फंडिंग बिल के पक्ष में थे, लेकिन डेमोक्रेट पार्टी का एक धड़ा, जिसमें नेता चक शूमर और एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज जैसे नाम शामिल हैं, ने इस पर अड़ंगा लगा दिया।
समझिए क्यों बंद हुआ अमेरिका सरकार का कामकाज?
गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार का कामकाज बंद हो गया है। रिपब्लिकन सांसदों ने 21 नवंबर तक सरकार को अल्पकालिक तौर पर फंड करने के लिए विधेयक पेश किया था, लेकिन वह भी पारित नहीं हो सका। डेमोक्रेट सांसदों ने इस बिल का विरोध किया, जिसके बाद ट्रंप सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहली बार सरकारी फंडिंग रुक गई और शटडाउन हो गया।
ये भी पढ़ें:- US: पहले मंगवाई माफी और अब सुरक्षा का एलान, कतर को इस्राइली मिसाइल से बचाएंगे ट्रंप; आदेश पर किए हस्ताक्षर
आम लोगों पर क्या है इसका असर?
बात अगर इस शटडाउन के आम लोगों पर असर की करें तो सरकार का कामकाज बंद होने से अमेरिका में कई जरूरी सेवाएं रुक गई हैं। लाखों सरकारी कर्मचारी तनख्वाह के बिना काम कर रहे हैं या छुट्टी पर भेज दिए गए हैं। पासपोर्ट सेवाएं, वीजा प्रोसेसिंग, कई हेल्थ और एजुकेशन प्रोग्राम भी प्रभावित हो सकते हैं।