अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा फीफा विश्वकम के शहरों को लेकर दिए गए बयान पर अब फीफा की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। बयान में राष्ट्रपति ट्रंप को बुधवार को याद दिलाया गया और बताया गया कि 2026 के विश्व कप मैचों की मेजबानी किन शहरों को करनी है यह फैसला सिर्फ फीफा करता है, सरकार नहीं। ये पूरा मामला तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगर वे किसी शहर को सुरक्षित नहीं समझते, तो वे वहां से मैच हटवा सकते हैं।
बता दें कि 2026 के विश्व कप में 104 मैच होंगे, जिनका आयोजन अमेरिका के 11 शहरों के साथ-साथ मेक्सिको के तीन और कनाडा के दो शहरों में होना तय है। इनमें न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस और सैन फ्रांसिस्को जैसे बड़े शहर शामिल हैं, जिनके एनएफएल स्टेडियम इस आयोजन के लिए चुने गए हैं।
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क्या बोले फीफा के उपाध्यक्ष?
ट्रंप के बयान पर जवाब देते हुए फीफा के उपाध्यक्ष विक्टर मोंटाग्लियानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। लंदन में आयोजित एक खेल सम्मेलन में उन्होंने ट्रंप को याद दिलाते हुए कहा कि यह फीफा का टूर्नामेंट है, यहां केवल फीफा के नियम लागू होते हैं, इसको लेकर फीफा ही फैसले करता है, सरकार नहीं।
इस दौरान CONCACAF के कनाडाई अध्यक्ष ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि फुटबॉल किसी भी राजनीतिक विवाद से बड़ा खेल है। उन्होंने कहा कि दुनिया के नेताओं के बावजूद फुटबॉल उनका शासनकाल या सरकार से बड़ा है और हमेशा रहेगा।
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ट्रंप का मैच हटाने वाला बयान
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यह बात तब कही थी जब उनसे पूछा गया था कि क्या वे ऐसे शहरों को जो उनकी कड़ी प्रवासन और अपराध नीतियों का विरोध करते हैं, टूर्नामेंट के लिए सुरक्षित नहीं मानेंगे। इसपर ट्रंप ने कहा कि अगर मुझे लगेगा कि कोई जगह सुरक्षित नहीं है, तो हम वहां से मैच हटा देंगे। अगर कोई शहर थोड़ा भी खतरनाक होगा, तो हम बदलाव कर सकते हैं।
हालांकि, विश्व कप और ओलंपिक खेलों के आयोजन में मेजबान देश की सरकारों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, खासकर सुरक्षा और वीजा व्यवस्था में। पिछले चार पुरुष विश्व कप कतर, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए थे।