आर्यतारा शाक्य की आयु 2 वर्ष और 8 महीने है. अब वे पुरानी देवी का स्थान लेंगी. परंपरा के अनुसार, पुरानी देवी को मासिक धर्म होने पर साधारण मनुष्य मान लिया जाता है. कुमारियों का चयन नेवार समुदाय के शाक्य कुलों से किया जाता है, जो काठमांडू घाटी के मूल निवासी हैं और हिंदू बहुल इस राष्ट्र में हिंदू और बौद्ध दोनों ही उन्हें पूजते हैं. लड़कियों का चयन 2 से 4 साल की उम्र के बीच किया जाता है और उनकी त्वचा, बाल, आंखें और दांत बेदाग़ होने चाहिए. उन्हें अंधेरे से डरना नहीं चाहिए. देवी वही बच्ची बनती है जिसे अंधेरे से डर नहीं लगता है.
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