Mahindra Sales in September: बीता सितंबर भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए ऐतिहासिक महीना साबित हुआ है. जीएसटी दरों में कटौती और नवरात्रि के त्योहारी मौसम में कारों की बिक्री में बेहतर उछाल देखने को मिली है. इसी क्रम में महिंद्रा एंड महींद्रा ने अब तक का सबसे ऊँचा रिकॉर्ड बना डाला. सितंबर में कंपनी ने 56,233 पैसेंजर वाहनों की बिक्री की है और पिछले साल अक्टूबर में बना अपना ही रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया है.
रिकॉर्ड-ब्रेकिंग बिक्री
सितंबर 2024 में महिंद्रा ने 51,062 गाड़ियाँ बेची थीं. इस बार यह आँकड़ा सीधे 10% उछल गया. इतना ही नहीं, कुल ऑटो सेल्स (घरेलू + एक्सपोर्ट) मिलाकर कंपनी ने 1,00,298 गाड़ियाँ बेचीं हैं. यानी 16% की दमदार ग्रोथ. सिर्फ SUV ही नहीं, बल्कि हल्के कमर्शियल वाहन और तीन-पहिया गाड़ियाँ भी तेज़ी से बिकीं हैं.
क्यों आई इतनी तेजी?
वाहनों की बिक्री में तेजी की सबसे बड़ी वजह रही GST 2.0 की सौगात और नवरात्रि का समय. सरकार ने 22 सितंबर से छोटे वाहनों पर टैक्स 28% से घटाकर 18% कर दिया और कम्पेन्सेशन सेस खत्म कर दिया. इसका सबसे बड़ा फायदा कॉम्पैक्ट SUV और छोटी कारों को मिला है. महिंद्रा ने भी पूरा टैक्स बेनिफिट ग्राहकों तक पहुँचाया, जिससे कई मॉडलों के दाम 1 लाख रुपये से भी ज़्यादा घट गए हैं.
महिंद्रा ऑटोमोटिव डिविज़न के सीईओ नलिनीकांत गल्लगुंटा ने कहा “GST 2.0 और नवरात्रि की शुरुआती नौ दिनों में जबरदस्त डिमांड देखने को मिली. SUV सेगमेंट में तो 60% तक उछाल आया है.”
लॉजिस्टिक्स बनी रोड़ा
हालाँकि, इतनी धुआँधार बिक्री के बावजूद महिंद्रा और बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी. कंपनी ने माना कि सितंबर के आखिरी 10 दिनों में ट्रेलर की कमी के चलते गाड़ियों की डीलरशिप तक सप्लाई अटक गई. जिसके चलते बिक्री उतनी नहीं हो सकी, जितनी होनी चाहिए थी.
सितंबर में महिंद्रा की कुल बिक्री
- कुल वाहन बिक्री (घरेलू + निर्यात): 1,00,298 यूनिट्स (16% वृद्धि)
- कुल SUV बिक्री (निर्यात समेत): 58,714 यूनिट्स
- घरेलू कमर्शियल वाहन: 26,728 यूनिट्स (18% वृद्धि)
- हल्के कमर्शियल वाहन (2–3.5 टन): 23,342 यूनिट्स (21% वृद्धि)
- थ्री-व्हीलर (इलेक्ट्रिक वाहन समेत): 13,017 यूनिट्स (30% वृद्धि)
- एक्सपोर्ट: 4,320 यूनिट्स (43% वृद्धि)
अगस्त से सितंबर आते-आते बदला सेनेरियो
याद करिए,15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले के प्राचीर से जीएसटी रिफॉर्म का ऐलान किया था. जिसके बाद GST कटौती की अटकलों ने जोर पकड़ा तो ग्राहकों ने वाहनों की खरीदारी टाल दी थी. इसी वजह से बिक्री में गिरावट आई थी. इसके अलावा डीलरों ने भी स्टॉक घटा दिया था. लेकिन जैसे ही 22 सितंबर को रिफॉर्म लागू हुए और नवरात्रि की शुरुआत हुई, बाज़ार में मांग बढ़ गई और सितंबर का नज़ारा रिकॉर्डतोड़ बन गया.
अब तक का प्रदर्शन
इस वित्तीय वर्ष के पहले 6 महीने (अप्रैल–सितंबर 2025) में महिंद्रा ने 2,97,570 पैसेंजर गाड़ियाँ बेच डालीं. पिछले साल की तुलना में यह 14% ज़्यादा है. कमर्शियल व्हीकल्स में भी कंपनी ने 18% ग्रोथ दर्ज की. वहीं एक्सपोर्ट में 43% का उछाल रहा है. GST 2.0 के फायदे और त्योहारों की रौनक ने कंपनी की गाड़ियों को नया पंख दे दिया है. अगर सप्लाई चेन दुरुस्त हो जाए, तो आने वाले महीनों में महिंद्रा का ग्राफ और भी ऊपर जाने वाला है.
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