0

कलत और तुर्बत में PAK की सैन्य चौकियों पर हमला…6 सैनिकों की मौत, BLA का दावा – bla attacks pakistani military posts kalat turbat six soldiers killed ntc


बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बयान जारी कर बलूचिस्तान के कलत और तुर्बत दो अलग-अलग हमलों में पाकिस्तानी सेना के छह कर्मियों को मारे जाने का दावा किया है. बीएलए ने कहा कि उसके लड़ाकों ने आधुनिक और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. BLA ने इन हमलों को पाकिस्तानी सेना के खिलाफ ‘आजादी की लड़ाई’ का हिस्सा बताया है.

बीएलए ने इन हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए बयान में कहा, ‘बलूच लिबरेशन आर्मी के स्वतंत्रता सेनानियों ने कलत और तुर्बत में दो अलग-अलग हमलों में दुश्मन पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया.’

बीएलए ने दावा किया कि उसके लड़ाकों ने कलत के ज़वाह क्षेत्र में हमला किया. उन्होंने कहा कि इस हमले में भारी नुकसान होने के बाद सेना के सैनिकों को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस हमले में कितने सैनिक मारे गए, इसकी संख्या बीएलए ने छह बताई है.

बीएलए ने कहा कि उसके लड़ाकों ने कलात के जवाह इलाके में हमला किया, जिससे सैनिकों को भारी नुकसान के बाद पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा. तुर्बत के अबसार इलाके में एक सैन्य चौकी पर ग्रेनेड से एक अलग हमला किया गया, जिसके बारे में समूह का दावा है कि इसमें कई पाकिस्तानी सेना के जवानों की हताहत हुई और और संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.

सैन्य और खुफिया एजेंसियों पर निशाना

बीएलए ने पहले भी पूरे प्रांत में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और कथित खुफिया एजेंसियों के खिलाफ कई अभियानों की जिम्मेदारी ली है. पहले एक बयान में समूह ने कहा था कि उसने स्नाइपर फायरिंग, ग्रेनेड हमले और बुनियादी ढांचे को नष्ट करने समेत सात अलग-अलग कार्रवाइयां की हैं.

ड्रोन मार गिराने का दावा

बयान के अनुसार, ज़ामुरान के तनक क्षेत्र में एक स्नाइपर ने पाकिस्तानी सेना के एक जवान को मार गिराया था. इसके अलावा एक अन्य ऑपरेशन में सैन्य ड्रोन को गिरा दिया गया था. बीएलए ने इन कार्रवाइयों को पाकिस्तानी सेना पर अपने बढ़ते दबाव के रूप में पेश किया है.

पुलिसकर्मी को हिरासत में लेने का दावा

इसके अलावा 21 सितंबर को समूह ने क्वेटा के शेख जायद अस्पताल के पास एक पुलिसकर्मी को हिरासत में लेने की जानकारी दी थी. बीएलए ने पुलिसकर्मी के हथियार जब्त कर लिए और फिर उसे छोड़ दिया. उसी रात धादर के कंबारी पुल पर एक गैस पाइपलाइन को विस्फोटकों से नष्ट कर दिया गया.

बीएलए ने हाल के महीनों में पाकिस्तानी सेना और अर्धसैनिक बलों के खिलाफ अपने ऑपरेशन को तेज कर दिया है, तथा अक्सर अपनी कार्रवाई को बलूचिस्तान में आक्रामकता के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के रूप में पेश करता है.

वहीं, बीएलए द्वारा आधुनिक हथियारों के इस्तेमाल और सैन्य चौकियों को निशाना बनाने के दावे बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के सामने मौजूद गंभीर चुनौतियों को उजागर करते हैं. बार-बार होने वाले ये हमले क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा पर सवाल उठाते हैं.

—- समाप्त —-